फरियाद मेकरानी
लखनऊ, यूपी
कई सालों से लंबित अपनी मागों के समर्थन में मदरसा शिक्षक 9 दिन से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से इनकी सुधि लेने वाला कोई नहीं हैं। मदरसा शिक्षकों का ये धरना 9 दिनों से लखनऊ के लक्ष्मण मेला ग्राउंड में चल रहा है।
मदरसा सिक्षकों के संगठन इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ ऑफ़ इंडिया के नेतॉत्व में ये धरना 29 फरवरी को शुरु हुआ। शिक्षकों की मांग थी कि उन्हें नियमितकरण किया जाए और प्रतिमाह वेतन दिया जाए। इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एजाज अहमद ने बताया कि इससे पहले कई बार सरकार को वो अपनी मांगों से अवगत करा चुके हैं लेकिन मौजूदा अखिलेश सरकार और उनके अधिकारी कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं हैं।
अध्यक्ष एजाज अहमद ने बताया कि इसके बाद संगठन ने फैसला किया कि लखनऊ में धरना दिया जाए। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष तसव्वर हुसैन ने कहा कि राज्य की अखिलेश सरकार आंखें बंद करके सो रही है। धरने के दौरान संगठन ने सरकार और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आज़म खां को जगाने के लिए मोमबत्तियां जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया।
मदरसा संगठन सरकार के कई मंत्रियों से अपनी मांगों को लेकर मुलाकात की। इनमें खाद्ध सुरक्षा और औषध प्रशासन मंत्री इकबाल महमूद, श्रम और रोजगार मंत्री शाहिद मंजूर और परिवहन राज्य मंत्री यासीर शाह शामिल हैं। सभी ने मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया कि 15 दिनों में उन की मांग को समाधान कर लिया जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष एजाज अहमद ने माँग की है कि शिक्षामत्रों की तरह ही मदरसा शिक्षकों को भी नियमित किया जाए और सरकार उन्हें प्रतिमाह पूरा मानदेय दे। संगठन के सिद्धार्थनगर ज़िले के अध्यक्ष शाहिद हुसैन ने कहा कि सरकार निरंतर मदरसा टीचर और अल्पसंख्यको के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। अगर अखिलेश सरकार ने जल्द ही मागों को नहीं मांगा कि इसका खामियाजा 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।