अतीक असलम
लखनऊ, यूपी
देश में लॉकडाउन का चौथा चरण लागू है। कोरोना वायरस महामारी के दौर में शिक्षा के क्षेत्र काफी प्रभावित हुए हैं। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड हो या उच्च शिक्षा बोर्ड सभी कोविड-19 के प्रकोप से अछूते नहीं हैं। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और मदरसा शिक्षा बोर्ड ने महामारी फैलने से पहले ही अपनी परीक्षाएं सम्पन्न करा ली थी। अब इन परीक्षाओं के बाद कॉपियों के मूल्यांकन की चुनौती सामने है। ऐसे में उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड ने आगामी 30 जून तक कॉपियों का मूल्यांकन करके परीक्षा परिणाम घोषित करने कोशिश में लगा है।
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने पीएनएस को बताया कि मदरसा बोर्ड की तय समय पर परीक्षाएं सम्पन्न करा ली गई थी। इस बीच अचानक देश में कोविड-19 का प्रकोप बढ़ गया जिसके बाद प्रधानमंत्री के आदेश पर देश में पूर्ण लॉकडाउन लागू हो गया। ऐसे में हमारे सामने कॉपियों का मूल्यांकन कराने की चुनौती खड़ी हो गयी। इस चुनौती के बाद भी हमने अपने शिक्षकों द्वारा कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया को शुरू करा दिया दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो आगामी 30 जून तक मदरसा बोर्ड के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सामान्य दिनों में अप्रैल माह तक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाते थे। लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से कुछ दुश्वारियां ज़रूर आयी हैं। मगर फिर भी हम समय से परिणाम घोषित करने का प्रयास करेंगे।
लॉक डाउन गाइडलाइन के अनुसार हो रहा है मूल्यांकन
मदरसा बोर्ड में रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा कोविड-19 को लेकर जारी किए गए गाइडलाइन के अनुसार ही कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू की गई है। पूरे प्रदेश में 45 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर कॉपियां जांची जा रही हैं। इस दौरान सीसीटीवी के माध्यम से मूल्यांकन केंद्रों की मॉनिटरिंग की जा रही है। मूल्यांकन केंद्रों पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का सुचारू रूप से पालन कराया जा रहा है। इसके साथ शिक्षकों, कर्मचारियों को मास्क लगाने के बाद ही सेंटर में प्रवेश दिया जा रहा है। उचित सैनिटाइजर की व्यवस्था व तय समय के अंदर ही कार्य पूर्ण कर लिया जाता है। जिससे सरकार के दिशा निर्देशों का भली-भांति पालन हो सके।