लखनऊ, यूपी
हकीम अजमल खान की 148 जन्मशती पर लखनऊ में वर्ल्ड यूनानी डे मनाया गया। इस मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हकीम अजमल के जीवन और उनके द्वारा यूनानी सिस्टम पर किए गए काम को याद किया गया।
यूनानी चिकित्सा सिस्टम में हकीम अजमल खान का नाम सबसे ऊपर है। हकीम अजमल खान ने यूनानी के विकास के लिए जीवनभर काम किया। यूनानी सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन की एक मशहूर शख्शियत मसीहुल मुल्क हकीम अज़मल खान साहब की पैदाइश 12 फ़रवरी 1868 को दिल्ली के मशहूर शरीफखानी खानदान में हुई थी । इनके पूर्वज मुग़ल बादशाहों के शाही हकीम हुआ करते थे।
हकीम साहब ने आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिया व जामिया मिलिया इस्लामिया सहित कई इदारे व दवाखाने स्थापित किये। एक हकीम, जंग-ए-आज़ादी के सिपाही व इल्म व समाजी काम करने वाले हस्ती के रूप में मशहूर हकीम साहब को यूनानी मेडिसिन व देश के लिए की गयी खिदमात के लिए मसीह उल मुल्क की उपाधि दी गयी व उनके जन्मदिन को आलमी यौम-ए-यूनानी यानि वर्ल्ड यूनानी डे के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम में यूनानी पैथी से जुड़े डॉक्टरों के साथ कई अन्य पैथी के डॉक्टर भी मौजूद थे। कार्यक्रम के आयोजक नीमा के डॉ मोईद ने बताया कि पूरे प्रदेश में इंटीग्रेटेड सिस्टम के डॉक्टर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। प्रोग्राम् में यूनानी की विधा हिजामा के बारे में डॉ निहाल अहमद ने विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आए युनानी चिकित्सा निदेशक डॉ सिकंदर हयात मौजूद थे। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की और कहा कि यूनानी पैथी के विकास के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
कार्यक्रम का संचानल डॉ अलाउद्दीन ने किया। इस मौके पर डॉ आफताब हाशमी, डॉ अरशद, डॉ खुर्रम रहमानी, डॉ एसएस अशरफ, डॉ आसिफ, डॉ अब्दुल अहद, हकीम रहमानी, राजकीय यूनानी कॉलेज के रीडर डॉ अरशद, डॉ रुखसाना खान, डॉ राशिद, डॉ शहज़ाद आलम, डॉ तौकीर रज़ा समेत सैकड़ों डॉक्टर मौजूद थे।