लखनऊ, यूपी
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठते जा रहे है, चाहे मुद्दा महिला सुरक्षा का हो या फिर भू-माफियाओं के आतंक का। अपराधियो ने तो जैसे उत्तर प्रदेश को अपनी जागीर समझ रखा है, जहां एक तरफ सूबे के मुखिया ज़ीरो टॉलरेन्स नीति के तहत ये कहते है कि अपराधी या तो अपराध करना छोड़ दे रही या फिर उत्तर प्रदेश ही छोड़ दे रहे है। लेकिन इस नज़रे में देखिए कि, किस कदर भू-माफियाओं का कहर और आतंक उत्तर प्रदेश में बदस्तूर जारी है, कि किस कदर एक महिला के आशियाने को ये आतंकी परवर्ती के लोग मिट्टी में मिलने अपनी बहादुरी समझ रहे है।
ऐसे ही एक भू-माफिया है मुकेश सिंह। इन्हें और इनके साथी को कानून का कोई भय नही। इनको ना कोर्ट के ऑर्डर से कोई मतलब है, ना ही जीरो टॉलरेन्स नीति से। इनको तो बस अपनी ताकत पर भरोसा है तभी तो किसी के आशियाने को उजाड़ देने में इन्हें ज़रा भी हिचक नहीं है।
चलिए अब पूरा मामला भी जान लीजिए, दरअसल ये पूरा मामला है राजधानी लखनऊ से सटे मोहनलालगंज के निगोहा थाने से चंद कदमो की दूरी का है। इस जमीन पर ये भू-माफिया आतंक मचा रहे है। ये ज़मीन नाहिद नाम की महिला की है जिसपर पहले भी मुकेश सिंह ने जबरन कब्ज़ा करने का प्रयास किया था जिसके बाद मामला कोर्ट में भी चला गया और वहां कोर्ट ने नाहिद को इंसाफ देते हुए ये ज़मीन उनको सौंप दी थी।
इसके बाद नाहिद ने दिसम्बर माह से इसपर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया। लेकिन भू-माफिया मुकेश सिंह को ये बात और अपनी हार नागवार गुज़री और फिर मौका पाते ही मुकेश अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया। भू-माफिया ने खुद अपने गुर्गों के साथ निर्माण कार्य को गिरा दिया। यहीं नहीं उसने पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए दर-दर की थोकरे खाने को मज़बूर हो गया है। भू-माफिया का निर्माण कार्य गिराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
सवाल यहाँ पर ये भी है कि ये वही उत्तर प्रदेश है जहां से चंद किलोमीटर की दूरी पर मुख्यमंत्री कार्यालय है, जहां से सीएम योगी ने भूमाफिया पोर्टल की शुरुवात करके मुकेश सिंह जैसे भूमाफियों पर नकेल कसने की बात कही थी। लेकिन इस नज़ारे से तो यही लगता है कि उत्तर प्रदेश में कुछ भी ठीक नही है, उत्तर प्रदेश में डर लगता है। महिलाएं जाए तो जाए कहाँ, यहां तो सब राम भरोसे है।