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24 Nov 2024, Sun

सरायमीर बवाल: जेल में बंद लोगों से मिले उलेमा काउंसिल के नेता

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आज़मगढ़, यूपी

राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल आज बुधवार जेल पहुंचा। काउंसिल के नेताओं ने सरायमीर बवाल के आरोप में जेल में बंद लोगों से मुलाकात की। उलेमा कौंसिल के नेताओं ने बताया कि बवाल के आरोप में 17 नौजवानों के जेल भेजा गया है। इनमें से कुछ बीमार हैं तो कई नौजवानों को पुलिस ने मारा-पीटा है और वो घायल ही जेल में हैं। उन्होंने वहां इलाज नहीं मिला रहा है।

उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय प्रवक्ता तलहा रशादी ने पीएनएस से खास बातचीत में कहा कि सरायमीर में जो कुछ हुआ वो बेहद अफसोसनाक है। ऐसा महसूस होता है कि वहां तोड़फोड़ एक गहरी साजिश के तहत की गई है। जिन लोगों ने ये साज़िश रची है उनकी सही पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। तलहा रशादी ने कहा कि पुलिस ने जो गिरफ्तारियां की हैं वो बेगुनाह हैं। उलेमा कौंसिल की टीम को इलाके के लोगों ने बताया कि पकड़े गए नौजवान बेकसूर हैं और इन नौजवानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।।

तलहा रशादी ने कहा कि हक़ीक़त जानने के लिए हम लोग जेल बंद लोगों से मिलने गए थे। गिरफ्तार 17 नौजवानों में सभी नौजवान बेगुनाह हैं। इन नौजवानों ने बताया कि न वो घटनास्थल पे थे न वहां से गिरफ्तार हुए। ये सभी नौजवान जिनमें 3-4 नाबालिग भी हैं अपने काम-धंधे से लगे हुए थे। जब थाने के पास अफरा तफरी और भगदड़ मची तो ये लोग अपनी दुकान बंद करके अपनी हिफाज़त के लिए एक कटरे में छिपे थे। जहां से पुलिस ने सभी को एक साथ गिरफ्तार कर लिया।

तलहा रशादी ने कहा कि गिरफ्तार लोगों में कोई मिठाईवाला, कोई होटल वाला, कोई तरबूज बेचने वाला शामिल है। कुछ मिस्त्री, टेलर और नाऊ का काम करने वाले हैं। कुछ पढ़ने वाले बच्चे भी हैं इनके इम्तिहान भी छूट गए हैं। ऐसा लगता है कि बवाल में सिर्फ बेगुनाह नौजवान फंस गए। ऐसे में इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि हिंसा फैलाने वालों के असल चहरे सामने आ सके और उनपर सख्त कार्यवाही हो सके।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर अनिल सिंह ने कहा कि उलेमा कौंसिल का गठन ही ज़ुल्म के खिलाफ हुआ है। इस मामले में भी हम किसी बेगुनाह पर ज़ुल्म नही होने देंगे। जो असल दोषी हैं उन पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए पर मज़लूमों पर कोई भी कार्यवाही होती है तो हम खामोश नही बैठेंगे। हम जल्द ही बड़े प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर इस पूरे प्रकरण की सही जांच की मांग करेंगे। किसी बेगुनाह के विरुद्ध आगे कोई कार्यवाही न हो इसे स्पष्ट करेंगे।

राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के प्रतिनिधिमंडल प्रवक्ता तलहा रशादी, प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह के अलावा राष्ट्रीय सचिव मो0 गुफरान कासमी, एडवोकेट अबु हाशिम जैराजपूरी, शहबाज़, अब्दुल्लाह शेख, अबु तालिब समेत कई लोग मौजूद थे।