बरेली, यूपी
पुलिस लाइन से सटे ट्रांजिट हॉस्टल में बदमाशों ने एक महिला दारोगा की सिर कुचलकर हत्या कर दी। रात करीब 11 बजे पुलिस को घटना का पता चला।
मुरादाबाद के अमरोहा जिले में जोया थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी दारोगा रीना (55) क्षेत्रीय अभिसूचना इकाई में तैनात थीं। करीब ढाई साल पहले वह बिजनौर से तबादला होकर बरेली में आई थीं। बाद में उन्होंने पुलिस के ट्रांजिट हॉस्टल में घर ले लिया था। ए10-481 में वह अपने एक पुत्र के साथ रहती थीं। बताते हैं कि रीना का अपने पति शरणवीर सिंह से अलग रहती थीं।
बरेली में पुलिस लाइन के ट्रांजिट हॉस्टल में स्पेशल इंटेलीजेंस की महिला दरोगा की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। सिर को भी किसी वजनदार चीज से कुचल दिया गया। हॉस्टल में मौजूद होने के बाद भी दो दिन तक दरोगा के रूम का दरवाजा नहीं खुला था। शक होने पर मंगलवार देर रात पड़ोस में रहने वाले पुलिसकर्मी दरवाजा खोलकर अंदर घुसे तो गेस्टरूम में दरोगा की लाश पड़ी मिली। सामान भी बिखरा पड़ा था। हालांकि पुलिस ने दावा किया कि लूट नहीं हुई है।
डिडौली (जेपीनगर) के गांव रामनगर जोया की रहने वाली 40 वर्षीय दरोगा रीना कुमारी एथलेटिक्स की कोच भी थीं। रात करीब 12 उनकी हत्या की खबर से पूरी पुलिस लाइन में सनसनी फैल गई। हत्यारों ने रीना कुमारी की हत्या काफी बेरहमी से की थी।
उनके गले में रस्सी का फंदा कसा हुआ था तो सिर पर वजनदार चीज से चोटों के कई निशान थे। चेहरे और आसपास फर्श पर बिखरे खून की पपड़ी जमी हुई थी। कमरे में सारा सामान बिखरा हुआ था। कुर्सियां भी इधर-उधर पड़ी हुई थीं।
शंका है कि दारोगा रीना की हत्या उसके ही किसी जानने वाले ने की है। कमरे के हालात और बिखरा सामान संकेत दे रहे थे कि हत्यारे को किसी चीज की तलाश थी। इसका विरोध करने पर ही दारोगा को मार डाला। फिलहाल पुलिस का शक रीना के पति पर है। बताया जा रहा है कि वह पीएसी में दारोगा है। रीना की हत्या के बाद पुलिस ने घटनास्थल का चप्पा-चप्पा छाना। पुलिस को मौके से कोई हथियार नहीं मिला। जिस कोठरी में दारोगा का शव पड़ा था वह इतनी छोटी है कि वहां बचने या भागने की जगह नहीं। आशंका जताई जा रही है कि दारोगा यहां खड़ी होगी। इसी दौरान उनके सिर पर किसी भारी या धारदार हथियार से प्रहार किया गया। प्रहार से वह गिर गईं और दोबारा नहीं उठ सकीं।