बंगलुरु, कर्नाटक
जिस रास्ते पर गुजरात की बीजेपी सरकार चल रही है वही रास्ता अब कर्नाटक की येदुरप्पा सरकार भी अख्तियार कर चुकी है और वो रास्ता है उद्योगपतियों और बिल्डर लॉबी के दबाव में प्रवासी मजदूरों को वापस नहीं भेजने का।
‘कर्नाटक भाजपा सरकार ने 6 मई को रेलवे से 3 ट्रेन की डिमांड की थी ताकि मजदूरों को उनके घर भेजा जा सके,, लेकिन कल दोपहर रियल एस्टेट बिल्डर्स लॉबी के कुछ लोग सीएम येदुरप्पा से मिले ,उनसे निवेदन किया कि मजदूर चले गए तो उनका काम कौन करेगा !
अतः व्यापारियों के हित मे सोचने वाली सरकार ने तुरंत पत्र भेज कर रेलवे से आज 6 मई को आने वाली 3 ट्रेन को रद्द करने की मांग की है।
अब मजदूर अपने घर नही जा पाएंगे,, यह वाकया याद दिला रहा है जैसे आज भी आजाद भारत मे एक ब्रिटिश साम्राज्य राज कर रहा है जो सिर्फ गरीब जनता का खून चूस रहा है।
लेकिन भाजपा के इन कर्णधारों और इनके चेलों को हर हरकत राष्ट्रवादी लगती है,, आज क्या बीत रही होगी उन 3000 मजदूरों व उनके इंतजार में आतुर उनके परिवार जनों पर जरा सोचिए !!
एक तरफ यही सरकार विदेश से 15000 लोगो को इंडिया ले कर आ रही है वही दूसरी तरफ अपने ही देश मे अपने ही लोगो को जबरन बंधक बनाए हुए है। यही #क्रोनीकैपटालिज्म कहलाता है।