तनवीर आलम की फेसबुक वाल से
मुंबई, महाराष्ट्र
क़मर आलम भाई/क़मर भाई, Ex-President, AMUSU…
इस दुनिया को छोड़े दो दिन हो चूका है। मामूल के हिसाब से दुनिया भी चल रही है और चलती रहेगी। धीरे-धीरे हमलोग भी क़मर भाई को बस कुछ खास मौक़ों पर याद कर लिया करेंगे जो दुनिया का दस्तूर है। क़मर भाई के जाने के बाद उनके परिवार के साथ सब पहले जैसा चलता रहेगा ये इस वक़्त कहना सही नहीं होगा। आमतौर पर जो अधिकतर संघर्षशील सियासी और समाजी लोगों की हालत होती है, क़मर भाई की आर्थिक स्थिति भी ऐसी ही थी। क़मर भाई का राजनीतिक जीवन बहुत कामयाब नही रहा लेकिन समाजी जिंदगी बहुत कामयाब थी। यही वजह है कि उनकी मोहब्बत ने, उनके परिवार की चिंता ने मुझे इस पोस्ट को लिखने के लिए मजबूर कर दिया।
कमर भाई के परिवार की ज़िम्मेदारी ?
क़मर भाई अपने पीछे कई बच्चों को छोड़ गए हैं। उनके जाने के बाद ज़ाहिर है उन बच्चों की तालीम-ओ-तरबियत की ज़िम्मेदारी अब उनकी अहलिया पर होगी। सवाल बड़ा है… कैसे ?
ज़माना लाख अलिग बिरादरी को समाजी ज़िम्मेदारियों को न निभाने के लिए दोष दे दे, लेकिन एक अलिग दूसरे अलिग के लिए आज भी उतना ही ईमानदार है जितना वो दशकों पहले था। गिरावट पूरी दुनिया में आई, हम लोगों में आना स्वाभाविक है। दुनिया में शायद ही कोई दूसरा इदारा हो जहाँ के छात्र/पूर्व छात्र भावनात्मक रूप से एक दूसरे से इस प्रकार जुड़े हों। हम लोग एक दूसरे को बिलकुल भी नहीं जानते तो भी एक मैसेज पर किसी के लिए 10-20 लाख रुपयों का इंतज़ाम बिना कोई जांच पड़ताल के घंटों में कर लिया करते हैं। यही हमारी ताक़त है।
इसके विपरीत एक संगठन के रूप में हम दुनिया के सबसे कमज़ोर पूर्व छात्र संगठन हैं जो भविष्य की चिंता ही नहीं करता और न लंबे समय की रूपरेखा तैयार करता है। इसका परिणाम है कि हमारा ‘कार्पस फण्ड’ शून्य होता है।
कमर आलम के लिए अपील
बात बहुत लंबी न करते हुए ये कहना चाहूँगा कि हम में से बहुत सारे अलिग इस लायक हैं कि अपने दूसरे अलिग भाइयों के न रहने की स्थिति में उनके बच्चों के तालीम की ज़िम्मेदारी व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से उठा सकें। इसलिए मेरा विनम्र निवेदन है कि क़मर भाई के परिवार से संपर्क कर इस दिशा में उचित व्यवस्था करें। क्या पता हम में से कौन कल क़मर भाई के परिवार की जगह हो।
पूर्व छात्र आगे आएं
अमुवि के पूर्व छात्र संगठनों से मेरा निवेदन है कि हम लोग कम से कम अब कुछ शुरू करें ताकि इन हालात में हमलोग किसी परिवार की ज़िम्मेदारी ले सकें। उसके लिए सबसे ज़रूरी होगा की हम अपने मतभेदों को भुलाकर संगठन को मज़बूत करें और एक दीर्घकालिक रूपरेखा तैयार करें।
अल्लाह क़मर भाई को बेहतरीन जगह, उनके परिवार को सब्र और उनके बच्चों पर अपना ख़ास करम बनाये रखे।
(तनवीर आलम समाजवादी विचारक, समाजसेवी और अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय पूर्व छात्र संगठन महाराष्ट्र, मुम्बई के अध्यक्ष हैं।)
मोबाइल- 09004955775