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28 Dec 2024, Sat

चेन्नई
मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) संस्थापक कमल हासन ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक की निंदा करते हुए इसे स्वस्थ व्यक्ति की सर्जरी का प्रयास करने जैसा अपराध करार दिया। हासन की यह टिप्पणी विधेयक के लोकसभा से पारित होने के दो दिन बाद राज्यसभा में चर्चा के लिए रखे जाने के बीच आई है। हासन ने कहा कि यह भारत को एक ऐसा देश बनाने की को कोशिश है जहां एक ही तरह के लोग रहें, जो भेदभाव है।

हासन ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम संविधान में किसी त्रुटि को सुधारें लेकिन अच्छी चीज और त्रुटि रहित व्यवस्था में सुधार लोगों और लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है। पार्टी की ओर से जारी बयान में हासन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया विधेयक बीमारी से मुक्त व्यक्ति की सर्जरी का प्रयास करने जैसा अपराध है। उन्होंने कहा कि युवा भारत जल्द ही इस प्रस्ताव को खारिज कर देगा।

हासन ने केंद्र सरकार को इस तरह की किसी भी कोशिश को लेकर चेतावनी दी। गौरतलब है कि लोकसभा में पारित नागरिकता (संशोधन) विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले तक धार्मिक कारणों से सताए गए हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध, जैन समुदाय के आए लोगों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है। प्रस्तावित कानून के मुताबिक उन्हें अवैध प्रवासी नहीं माना जाएगा। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस इस विधेयक का विरोध कर रही है।

By #AARECH