राजस्थान के जोधपुर जिले में ईद के दिन हुए उपद्रव के सिलसिले में बुधवार तक 141 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शहर में मंगलवार को लागू कर्फ्यू बुधवार दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रशासन ने कर्फ्यू को 6 मई की मध्यरात्रि तक बढ़ा दिया है। इससे पहले अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया था।
सोमवार आधी रात के बाद कथित रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों ने शहर के एक गोलचक्कर पर लगी स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर लगा भगवा झंडा हटाकर वहां इस्लामिक झंडा लगाया जिसका हिन्दुओं ने विरोध किया। दोनों समुदायों के बीच कहासुनी हिंसक संघर्ष में बदल गई और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। घटना में पांच पुलिसकर्मी घायल भी हुए।
घटना के तुरंत बाद पुलिस की भारी तैनाती कर स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर काबू पा लिया था, लेकिन मगलवार सुबह, जालोरी गेट के पास ईदगाह में ईद की नमाज के बाद कुछ लोगों ने वहां खड़े वाहनों, घरों व दुकानों पर पथराव किया। इसके बाद तनाव फिर से बढ़ गया।
जोधपुर में सांप्रदायिक झड़पों को लेकर पांच बड़े अपडेट
– बुधवार को पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं हुई है।
– कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
– डीजीपी एमएल लाठेर ने कहा कि जोधपुर में 141 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 12 केस दर्ज किए गए हैं। जिसमें चार से पुलिस ने दर्ज की है जबकि आठ लोगों की शिकायत के बाद दर्ज किए गए हैं।
– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर ‘अपने आलाकमान के आदेश’ पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया। बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि वे राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे शांति को पचा नहीं पा रहे हैं।
– वहीं, राजस्थान प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोप लगाया कि सांप्रदायिक घटनाएं ‘राज्य सरकार के संरक्षण में’ हो रही हैं।