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22 Dec 2024, Sun

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर से संसद तक मार्च करने के दौरान छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे छात्रों पर आज फिर पुलिस ने सख्ती दिखाई। लाठीचार्ज के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस मुख्यालय जा रहे जेएनयू छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया। दिल्ली पुलिस ने सभी छात्रों को हिरासत में लेकर वसंत कुंज पुलिस स्टेशन भेज दिया था, जिसके कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इसके बाद प्रदर्शन के लिए करीब 30-40 छात्र पुलिस मुख्यालय पहुंचे। यहां पहुंच कर उन्होंने दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

विश्वविद्यालय प्रबंधन ने की छात्रों से अपील
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच जेएनयू प्रबंधन ने बुधवार को छात्रों से अपील की है कि वो अपना प्रदर्शन खत्म करें और कक्षा में पढ़ाई के लिए आना शुरू कर दें। इसके साथ ही उन्होंने सभी छात्रों से कहा कि कक्षाओं को नियमित रूप से चलने दें।

पुलिस अधिकारियों से छात्रों ने की मुलाकात
पुलिस मुख्यालय के बाहर फीस वृद्धी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जेएनयू छात्रसंघ के प्रतिनिधियों ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात की। उनसे मिलकर छात्रों ने अपनी बातें रखीं और बताया कि वो क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं।

जारी रहेगा छात्रों का विरोध
एचआरडी मंत्रालय की बैठक के बाद जेएनयू छात्रसंघ ने बयान दिया कि उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम वीसी से मिलकर अपनी बातें रखना चाहते हैं, लेकिन वो हमसे मुलाकात नहीं कर रहे।

जेएनयू के समर्थन में आए गोहाना के लोग
जेएनयू में फीस बढ़ोत्तरी के मामले में हरियाणा के जन संघर्ष मंच और समतमूलक महिला संगठन ने भी गोहाना में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने जेएनयू छात्रसंघ के संसद मार्च के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने फीस बढ़ोत्तरी के फैसले को पूरी तरह वापस लेने की मांग उठाई।

छात्रों को मिला जादवपुर यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ का समर्थन
फीस वृद्धी के विरोध में संसद तक मार्च कर रहे जेएनयू छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का मामला देशभर में फैल चुका है। मंगलवार को पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने प्रेस रिलीज जारी कर छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि जस तरह से विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्रों पर फीस विद्धी के फैसले को थोपा है, वह विश्वविद्यालय की मर्यादा के खिलाफ है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है।

मालूम हो कि इससे पहले सोमवार को फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ जेएनयू के छात्रों ने विश्वविद्यालय से संसद तक कूच किया था। इस दौरान उन्हें रोकने के लिए संसद भवन के आसपास धारा 144 लागू की गई थी। इसके बावजूद छात्रों ने अपना मार्च जारी रखा तो पुलिस के साथ जमकर उनकी धक्का-मुक्की हुई।

इसके बाद छात्रों ने अपना रास्ता बदल कर सफदरजंग की ओर से संसद का कूच करने की कोशिश की थी। इस दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया और सफदरजंग मकबरे के पास ही इन्हें रोक लिया गया। इस मौके पर छात्रों ने मांग रखी थी कि बढ़ाई गई फीस पूरी तरह से वापस ली जाए। साथ ही उन्होंने मांग की कि जिन साथियों को पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया है उन्हें छोड़ा जाए।

By #AARECH