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23 Dec 2024, Mon

नई दिल्ली

अमरनाथ यात्रा को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट के हवाले से आतंकवादी खतरे की बात कहते हुए जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की। इसमें तीर्थयात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी गई है। जम्मू एवं कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी की है। यात्रा को लेकर शीर्ष सुरक्षा प्रतिष्ठान ने कहा कि इस तरह के इनपुट है कि यात्रा को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।

एडवाइजरी में कहा गया, “आतंकवादी धमकी के नवीनतम इंटेलीजेंस इनपुट खास तौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने व कश्मीर घाटी के सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रियों व पर्यटकों की सुरक्षा के हित में यह सुझाव दिया जाता है कि तीर्थयात्री घाटी से जल्द से जल्द लौटें।”

अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हुई और यह 15 अगस्त को समाप्त होनी है। इंटेलीजेंस इनपुट के मद्देनजर कश्मीर में पहले हजारों की संख्या में अर्धसैनिक बल पहुंच चुके हैं। इंटेलीजेंस इनपुट में यात्रा को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाने की बात कही गई है। इससे पहले दिन में सेना ने कहा कि इस तरह के इंटेलीजेंस इनपुट है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी यात्रियों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं।

वहीं जम्मू कश्मीर के डीजी दिलबाग सिंह से घाटी में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के सवाल पर कहा कि हमें इनपुट मिले हैं कि आतंकी हिंसक गतिविधियां बढ़ा सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों से घाटी में बहुत सी घटनाएं घटित हुई जिस कारण यहां मौजूद जवानों को आराम करने का मौका भी नहीं मिल पाया था।

अमरनाथ यात्रा को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्‍लन ने संवाददाताओं से कहा, ‘पिछले तीन-चार दिनों में बहुत ही स्‍पष्‍ट और पुष्‍ट खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्‍तानी सेना द्वारा समर्थित आतंकी अमरनाथ यात्रा बाधित करने की फिराक में हैं और उसके आधार पर यात्रा के दोनों मार्गों, दक्षिण की तरफ के पहलगाम वाले रास्‍ते और उत्तर की तरफ के बालटाल वाले रास्‍तों पर सेना और सीआरपीएफ की टीमों में संयुक्‍त रूप से गहन तलाशी अभियान चलाया है। यहां तक कि पवित्र गुफा तक जाने वाले पैदल मार्ग की भी पिछले तीन दिनों से लगातार जांच की जा रही है।’

By #AARECH