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31 Jan 2025, Fri

जौनपुर, यूपी

आधार कार्ड आप की पहचान का प्रमाण है विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड जरूरी है। सरकार द्वारा गरीबों के हितों को ध्यान में रखकर चलाई जा रहे विभिन्न योजनाओं का लाभ बिना आधार कार्ड के लाभ लेना मुश्किल है। खास तौर पर बैंकों में भी बिना आधार कार्ड का कोई काम अब सम्भव नहीं है। सरकार यह कार्ड देश में हो रहे घोटाले, भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ठोस कदम उठाई है। जिससे तमाम तरह के हो रहे अपराधों को रोकने में मदद मिल सके।

सबके लिए आधार कार्ड अनिवार्य हो गया है। जिसके पास अभी तक आधार कार्ड नहीं बन पाया सोचिए सरकार के कितनी योजनाओं से वंचित हुआ होगा। ऐसा नहीं आधार कार्ड बनवाने के लिए चक्कर नहीं लगाया होगा ऐसा बहुत ही कम लोग होंगे जिसकी कोई वजह जरूर रही होंगी।

आइये हम बात करते है स्थानीय नगर पंचायत खेतासराय की जहाँ पर आधार कार्ड बनाने में नाम पर डाकघर अवैध वसूली करने से बाज नहीं आ रहा है। इसको अंजाम देने में ऑपरेटर का डाक कर्मचारी हौसला अफजाई करते है और वसूली करते है शाम होते ही आपसे में बन्दर बांट करते है। इसकी मुख्य वजह लोगों ने बताया कि क्षेत्र के कई कोस के भीतर कही आधार कार्ड नहीं बन रहा और न ही संशोधन हो रहा है। जिससे लोग विवश है।

जानकारी के अनुसार स्थानीय कस्बा के खेतासराय-जौनपुर मुख्य चौराहा समीप हनुमान मंदिर के बगल डाकघर स्थित है। जहाँ पर आज से लगभग चार-पांच माह पहले आधार कार्ड पंजीकरण हो रहा था। कुछ दिनों पंजीकरण होने के पश्चात चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात की तरह हो गया। फिर पंजीकरण के लिए लोग आते-जाते रहे और पता करते रहे आखिर कब शुरू होगा लेकिन कई माह बीत जाने के बाद नहीं हुआ।

किसी तरह से लगभग एक सप्ताह पूर्व से डाकघर में आधार कार्ड पंजीकरण का कार्य शुरू हुआ तो क्षेत्र के कई किलोमीटर दूर-दराज के लोगों को किसी तरह पता चला तो लोग पंजीकरण व बनवाते हुए गड़बड़ी के चलते डॉक्यूमेंट के अनुसार संसोधन कराने के लिए डाकघर में फार्म लेने व पंजीकरण व संसोधन के लिए लाइन लगाना शुरू कर किया। जिसके लिए सूरज निकलने से लेकर सूरज ढलने तक भीड़ उमड़ी रहती है। आधार कार्ड बनवाने के लिए लोग काम -धाम छोड़कर दिनभर आधार कार्ड बनवाने के चक्कर मे गवां दे रहे है फिर भी बन नहीं पा रहा है। बेचारे इधर – उधर दिनभर भटकते रहते है। इसके अलावा आधार कार्ड बनाने वाला ऑपरेटर डाक कर्मचारियों के मिली भगत से अवैध वसूली कर रहा है।

डाकघर व बैंकों को भी आधार कार्ड बनाने का सरकारी निर्देश
आधार कार्ड बनाने के लिए पहले तो जनसेवा केंद्रों को दिया गया था लेकिन लोगों के अंगूठे के नकली क्लोन बनाने और बड़े फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद से यह कार्य उनसे छीन लिया गया अब सिर्फ डाकघर व राष्ट्रीयकृत बैंकों में ही आधार कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। बावजूद इसके स्थानीय कस्बा के इस छोर से उस छोर तक लगभग आधा दर्जन बैंक स्थित है लेकिन आज तक कोई बैंक आधार कार्ड बनाने के जहमत नहीं उठाया। जिसका मौका व लाभ डाक कर्मचारी व ऑपरेटर जमकर उठा रहे है और गरीबों को अपना शिकार बना रहे है।

यदि बैंक आधार कार्ड बनाते तो शायद ही गरीबों से पैसा वसूला जाता । लेकिन बैंक निर्देश को धता बताकर आधार कार्ड पंजीकरण नहीं शुरू किया। और न ही इन पर आज तक कोई कार्यवाही ही हुई यदि कार्यवाही होती तो आज मजाल नहीं था कि बैंक वाले सरकार के निर्देशों के अवहेलना कर देते। आधार कार्ड बनाने की बात कहने पर बैंक प्रबंधक सीधे अपना पल्ला झाड़ लेते है। इस सम्बंध में भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा मैनेजर अशोक कुमार यादव ने बताया कि चुनिंदा बैंक शाखा को आधार कार्ड बनाने का आदेश है खेतासराय शाखा को कोई आदेश नहीं है।

आधार कार्ड के लिए डाकखाने में सुबह से लगानी पड़ती है लाइन
आधार बनाने के लिए दूर-दराज से लोगों की भारी भीड़ सुबह सूरज निकलने से पहले ही लोगों की लाइन लग जाती है। पहले आने और लाइन में लगने के लिए क्षेत्र के दूर-दराज के लोग अपना सारा काम -धाम छोड़कर आधार-कार्ड के लिए लाइन में लग जाते है और बनवाने के लिए दिनभर भीषण उमस भरी गर्मी में लाइन लगे रहते है। यदि एक गरीब किसान या मज़दूर की बात करें तो वो अपना दिनभर की मजदूरी छोड़कर सुबह आकर लाइन में खड़ा हो जाता है और एक दिन बीस या तीस लोगों से ज्यादा लोगो का आधार कार्ड पंजीकरण भी नहीं हो सकता है।

अपनी मजदूरी छोड़कर लाइन में लगे मज़दूर को फार्म मिल गया तो ठीक है नहीं तो दिनभर का मज़दूरी आधार कार्ड के चक्कर मे गंवा दे रहे है। उसके बाद आधार कार्ड बनवाने के लिए सौ रुपये तक एक-एक लोगों से लिया जा रहा है। जो पैसा देने में असमर्थ है उसका आधार कार्ड पंजीकरण नहीं किया जा रहा है सर्वर न होने के बहाने से उनको मायूस वापिस कर दिया जा रहा है एक दो दिन तक ऐसे दौड़ाने के बाद इंसान खुद थकहार कर छोड़ देता है।

इसमें बड़ी खास बात यह है कि आधार-कार्ड बनाने के बाद ऑपरेटर व डाक कर्मचारी के मिली भगत से अवैध वसूली की जा रही है इसके खिलाफ न तो कोई कार्यवाही न ही कोई आवाज उठा रहा है। गरीबों के जेब में डांका डाला जा रहा है। संशोधन के नाम व पंजीकरण के नाम सीधे आँख में धूल झोकर वसूली की जा रही है। जिम्मेदार मौन धारण कर ऑफिस के अंदर बैठकर कूलर व एसी का ठंडा का हवा ले रहे है।

ऐसे में खेतासराय डाकघर में हो रहे आधार कार्ड के नाम पर अवैध वसूली के खिलाफ कोई जिम्मेदार उच्च अधिकारी द्वारा भी कार्यवाही नहीं किया जा रहा है। वे इस बात से अनभिज्ञ है या जान कर भी कार्यवाही नहीं करना चाहते है? जिससे धीरे-धीरे हौसला बुंलद होता जा रहा है।

स्थानीय कस्बा में व आस-पास के क्षेत्रों में एक से बढ़कर एक पदाधिकारी, वरिष्ठ, युवा नेता है लेकिन जनता के हित के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। मजाल नहीं हो रहा हो पा रहा है मज़दूरों के हित के लिए उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत कर मामले का निस्तारण कराएं व बैंकों में भी आधार कार्ड बनवाने व संशोधन कराने के लिए व्यवस्था चालू कराएं सिर्फ किसी के सुख या दुःख में अच्छी-अच्छी फ़ोटो खिंचवाकर तस्वीर सोशल मीडिया पर छेप कर कद्दावर नेता बनने में माहिर है।

यदि गरीबों के जेब में सरकार की गोद मे बैठे कर्मचारी अवैध वसूली कर रहे है तो नेताओ को जनता के हक की लड़ाई के लिए आगे आना चाहिए न आये अलग बात है। ऐसे में जो नेता बनकर घूम रहे है यह एक सच्चे नेता की निशानी है बल्कि एक ढोंगी नेता का है एक न समझ जनता को नेता के नाम छलने का काम करते है। गरीब मज़दूरों से हो रहे अवैध वसूली पर रोक लगनी चाहिए तथा दोषी पाएं जाने पर दंडात्मक कार्यवाही होनी चाहिए।

By #AARECH