Breaking
22 Nov 2024, Fri

जौनपुर: AIMIM पूरी मज़बूती से लड़ेगी नगर निकाय चुनाव

ज़ाकिर हुसैन

जौनपुर, यूपी
एमआईएम इस बार के नगर निकाय चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरेगी। पार्टी ने इसके लिए तैयारियां शुरु कर दी है। नगर निकाय चुनाव को देखते हुए कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह पार्टी को बूथ स्तर तक मज़बूत करें। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन आने वाले चुनाव मे अपना प्रत्याशी उतारकर पूरे दम खम से चुनाव लड़ेगी। ये बातें पार्टी के ज़िलाध्यक्ष इमरान बंटी ने कही।

पार्टी की तरफ से शाहगंज तहसील में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता शाहगंज विधान सभा अध्यक्ष अशहर यूसुफ़ज़ई ने की। ये कार्क्रम एराकियाना चौक पर स्थित बदरुल इस्लाम जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण मे सम्पन्न हुआ। सम्मेलन को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि ज़िलाध्यक्ष इमरान बंटी ने कहा कि कार्यकर्ताओं को जागरूकता मुहिम के तहत आम लोगों को पार्टी की नीतियों एवं कार्यों से अवगत कराना होगा। इसके साथ ही सरकार की नाकामियों को जनता तक ले जाना ही प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए।

इमरान बंटी ने कहा कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियां दलितों और मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार पर मौन धारण किये हुए हैं। इन्हीं राजनीतिक दलों की वजह से मुसलमान, दलित और पिछड़ा वर्ग दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। छात्र खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं।  प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ज़मीन पर इस सरकार ने अब तक कोई काम नही किया और काग़ज़ों पर ये 1-1 2-2 पैसे बांटकर किसानों को अपमानित करने का काम कर रही है। इसलिए ऐसी पार्टी और सरकार के नागरिक विरोधी कार्यों को जनता के सामने लाने का समय आ गया है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए ज़िला महासचिव दिलराज बाबू एडवोकेट ने कहा कि मुसलमानों के हालात इस समय दलितों से भी बदतर हो चुके हैं। सभी राजनीतिक दलों ने इनका वोट लेकर सिर्फ इन्हें छलने का काम किया। इसलिए अब हम सबको संगठित होकर जनता के बीच अपने नेता सर्वजन प्रिय श्री ओवैसी जी के विचारों एवं पार्टी की नीति को लेकर जाना होगा। ताकि आने वाले चुनाव में हम जनता की पहली पसंद बन पाएं।

एमआईएम नेता मौलाना राफ़े आज़मी ने कहा कि हमारा देश भारत शांतिप्रिय लोगों का देश रहा है। कुछ साम्प्रदायिक शक्तियां यहां के हिन्दू-मुसलमानों के बीच दूरियां पैदा कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं। जिसकी वजह से देश मे भयावह स्थिति पैदा हो गयी है। ऐसी साम्प्रदायिक और तथाकथित सेक्युलर पार्टियों के ख़िलाफ़ मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन आज़ादी के बाद से लड़ती आ रही है और जनता के लिए एक मज़बूत विकल्प बन कर उभर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी ओवैसी मॉडल को लेकर जनता के बीच जायेगी और सफलता हासिल करेगी।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाहगंज विधानसभा अध्यक्ष अशहर यूसुफ़ज़ई ने कहा कि मौजूदा केंद्र एवं राज्य सरकार जनता की उम्मीदों पर असफ़ल रही है। देश इस समय सरकार की असफ़ल नीतियों के कारण कठिन परिस्थितियों से गुज़र रहा है। व्यापारी बन्धुओं का व्यापार ठप हो गया, किसान आत्महत्या कर रहा है, मज़दूरों को काम और लोगों को रोज़गार नही मिल रहा, कारखाने बंद हो रहे हैं और ये सरकार कुम्भकर्णी नींद सोई हुई है। इसलिए अब समय आ गया है कि इससे पहले देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाये हम जनता के बीच जाकर उन्हें जागरूक करने का कार्य करें तथा पार्टी की नीतियों से अवगत कराएं। ताकि आगे होंने वाले चुनाव मे मजलिस के रूप मे जनता को एक उम्मीद और एक मज़बूत विकल्प नज़र आये।

बैठक को में खासतौर पर ज़िला महासचिव शफिउद्दीन शेख़, सह सचिव मंज़ूर अहमद खान, ज़िला कार्यकारिणी सदस्य मोहम्मद आमिर समेत दर्जनों लौग मौजूद थे। संचालन मोहम्मद आलमगीर ने किया।