जौनपुर, यूपी
जमीअत उलमा-ए-हिन्द की उत्तर प्रदेश इकाई (मशरीकी ज़ोन) की ओर से रविवार को स्थानीय हादी रज़ा चिल्ड्रेन एकेडमी मुल्ला टोला जौनपुर में एक बैठक का आयोजन किया गया। जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश (मशरीकी ज़ोन) के सदर मौलाना अब्दुर्रब साहब की अध्यक्षता में बैठक हुई, बैठक में आगामी जश्न ए सद साला की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।
जमीयत उलमा-ए-हिंद की स्थापना 19 नवंबर 1919 को हुई थी इसके संस्थापको में शेख-उल-हिंद मौलाना महमूद हसन, मौलाना सैयद हुसैन अहमद मदनी, मौलाना अहमद सईद देहलवी आदि समेत कई मुस्लिम विद्वान शामिल थे। जमीयत उलेमा-ए-हिंद आजादी के वक्त एक ऐसा संगठन था, जिसने अलग पाकिस्तान के गठन का जमकर विरोध किया था। यह संगठन अपने राष्ट्रवादी विचारों और दर्शन के लिए जाना जाता है। जमीयत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में विश्वास रखती है। दिल्ली के बहादुरशाह जफर मार्ग पर इस संगठन का मुख्यालय स्थित है।
जमीअत उलमा-ए-उत्तर प्रदेश (मशरीकी ज़ोन) के प्रदेश महासचिव हाफ़िज़ उबैदुल्लाह ने जमीअत के राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव, त्याग, बलिदान व अकलियत में शिक्षा बढ़ावा देने और उनमें वतनपरस्ती की भावना विकसित करने जैसे कार्यों व उसके इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश धर्मनिरपेक्ष संविधान से चलता है, लेकिन जब संविधान के साथ शासन व्यवस्था की ओर से छेड़छाड़ की जाती है, तभी जनता अपने हकों के लिए आंदोलन की राह पकड़ती है। उन्होंने देश में निवास कर रहे सभी धर्मों के लोगों से सेवा के माध्यम से आपसी भाईचारे को मजबूत करने की बात कही।
मीटिंग में मुुल्क के वर्तमान हालातों, देश की एकता,अखण्डता के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों, शांति, भाईचारे व एकता को मजबूती आदि मुद्दों पर दीगर उलमा नें अपनी-अपनी बात रखी और देश में हो रहे मोबलिंचिंग के विरुद्ध सभी नें एक साथ मज़म्मत की।
मीटिंग का आग़ाज़ क़ुरान ए पाक से मौलाना अनस हबीब ग़ाज़ीपुरी नें किया। बारगाह-ए-रिसालत में नात-ए-पाक मौलाना आसिफ़ साहब नें पेश किया। संचालन मौलाना अब्दुल्लाह सदर जमीअत उलमा सुल्तानपुर नें किया। जमीअत उलमा-ए-जौनपुर के सदर मौलाना तौक़ीर अहमद क़ासमी नें मीटिंग में आये हुए सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। अंत में मौलाना अब्दुर्रब साहब आज़मी नें मुल्क में अमन व अमान के लिए दुआएं मांगी।
इस अवसर पर मुफ़्ती जमीलुर्रह्मान सदर जमीअत तालीमी बोर्ड उत्तर प्रदेश (मशरीकि ज़ोन), सद्दाम हुसैन, शाहनवाज़ खान, अजवद क़ासमी सेक्रेटरी, अब्दुर्रक़ीब इंजीनियर, सरफ़राज़ अंसारी, साजिद अलीम, डॉक्टर अज़मत, डॉक्टर अल्ताफ़, मोहम्मद फ़ारूक़ी एडवोकेट, परवेज़ एडवोकेट, तौक़ीर अहमद क़ासमी आदि उपस्थित रहे।