जेद्दा, सऊदी अरब
भारत के राजदूत अहमद जावेद ने सऊदी अरब के सामने भारतीय मज़दूरों की आवाज़ उठाई है। सऊदी अरब के नये लेबर और सोशल डेवेलपमेंट मंत्री अली बिन नासिर अल-घाफिस से मुलाकात के बाद जावेद अहमद ने खारजीयों की कई समस्याओं को उनके सामने रखा। सऊदी मंत्री और भारतीय राजदूत ने लेबर और सामाजिक विकास के क्षेत्र में आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए बातचीत हुई।
मालूम हो कि सऊदी अरब में नये लेबर मंत्री बनाए गए हैं। नए लेबर मंत्री के साथ भारतीय राजदूत की पहली बैठक थी। जावेद अहमद ने आम मज़दूरों पर समझौते की शुरूआती मांग की थी। इस पर पिछले साल पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किये थे। इस समझौते में सामान्य श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती के लिए श्रम सहयोग शामिल है। भारतीय दूतावास में सचिव अनिल नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सऊदी अरब इस मामले में काम कर रहा है।
राजदूत जावेद अहमद ने लेबर मंत्री की मदद से मज़दूरों की बकाया राशि के निपटारे की बी मांग की। दरअसल कई कंपनियों जैसे सऊदी ओगेर, साद ग्रुप और सऊदी बिन लादेन ग्रुप के कर्मचारियों के मामले में भी जल्द निपटारे का अनुरोध किया। जावेद अहमद ने लेबर मंत्री से कहा कि कई मज़दूर निजी कारणों से अपने घर जाना चाहते हैं, उन्हें इसमें छूट दी जाए। सऊदी लेबर मंत्री अल-घाफिस ने इन सभी मामलों में सहयोग का पूरा आश्वासन दिया।