गुमला, झारखंड
जिला जेल में बंद विचाराधीन इमरान की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इमरान खान की उम्र 21 साल थी। इमरान की मौत के बाद जेल में बंद 700 कैदी दिन भर भूख हड़ताल पर रहे। कैदियों ने जेल प्रशासन पर कई आरोप भी लगाये हैं। उन्होंने कहा कि इमरान की मौत पिटाई से हुई है।
इमरान खान को अवैध लदी लकड़ी के ट्रक के साथ सिसई थाने की पुलिस ने 13 फ़रवरी को गिरफ्तार किया था। पुलिस का आरोप था कि गाड़ी इमरान चला रहा था। दूसरी तरफ इमरान के घर वालों ने बताया कि वह नमाज़ पढ़ने गया था इतने में पुलिस आई और उसे गिरफ्तार करके ले गई। घर वालों का कहना था कि इमरान बेकसूर था।
इमरान को जब कोर्ट में पेशी पर जेल से लाया गया तो वह बेहोश हो गया। उसे शाम को अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इमरान के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिमाग की नस फट जाने की बात सामने आई है। इमरान के घर वालों का आरोप है कि जेल अधिकारियों ने उसे बुरी तरह पीटा था। उसके शरीर पर कई जगह गहरे चोट के निशान हैं।
इमरान के भाई ने मीडिया को बताया कि उसे कोई बीमारी नहीं थी। सोमवार को वह उससे मिलने गया था तो इमरान बिल्कुल वह ठीक था। जेल प्रशासन की लापरवाही से इमरान मरा है। जेल प्रशासन के खिलाफ केस किया गया है। घर वालों जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।