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22 Nov 2024, Fri

मदरसों में देशभक्ति का जज़्बा: संघी सोच के मुंह पर तमाचा

इकबाल अहमद

मुंबई, यूपी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसा शिक्षा बोर्ड के माध्यम से एक सर्कुलर जारी किया। इस सर्कुलर के माध्यम से मदरसों को कहा गया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडा फहराया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही राष्ट्रगान गाना भी आवश्यक है। सरकार ने इन कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी भी कराने का भी आदेश जारी किया था। दरअसल इस आदेश के पीछे वहीं सोच थी कि इसका विरोध होगा। इससे हिंदुओं का ध्रुवीकरण होगा और बीजेपी का इसका फायदा मिलेगा। 71वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश भर के मदरसों ने एक तरफ देशभक्ति का जज़्बा पेश किया तो दूसरी तरफ मुसलमानों का सराहनीय कदम ने इतिहास रच दिया।

दरअसल आदेश के पीछे वोट बैंक की राजनीति करने वाली की योगी सरकार हमेशा असल मुद्दों से भटकाने के लिए मौका तलाश करती रही हैं। प्रदेश में अभी उसे सत्ता में आए 5 महीने ही हुए हैं लेकिन वह हर एक मौके पर ऐसा आदेश, बयान आ जाता है जिसमें विवाद हो और उसे वोट की राजनीति करने का मौका मिल जाए। उत्तर प्रदेश के मुसलमानों ने और मदरसा प्रबंधको ने जिस तरह से स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम को बढ़-चढ़कर किया उससे योगी सरकार के मंसूबे पूरी तरह से नाकामयाब हो गए।

MADARSA CELEBRATES INDEPENDENCE DAY 2 160817

मदरसों में हमेशा जश्न होता रहा है
हालांकि देश भर के मदरसों में हमेशा से जश्न-ए-आज़ादी का प्रोग्राम बड़े ही जोश-ओ-खरोश से मनाया जाता रहा है। पर मीडिया की दकियानूसी के चलते उसकी ख़बर अखबारों और टीवी के ऊपर नहीं आती है। ज़्यादातर मदरसे दुनियाबी चकाचौंध से दूर है। वह इल्म के मरकज़ के तौर पर शिक्षा दे रहे हैं और इस्लाम की बुनियाद हैं। दरअसल मीडिया कान्वेंट स्कूलों, कॉलेजों को तवज्जो देती है। उसे सिर्फ अपने कमर्शियल पर यकीन है। दूसरी तरफ मदरसा से जुड़े लोग सिर्फ अपने काम को नज़र में रखते हुए आगे बढ़ रहे हैं।

मदरसों का मीडिया ट्रायल
दरअसल पूरे देश में पहली बार किसी राज्य सरकार ने ऐसा सरकारी आदेश किया। ऐसे में हमेशा ट्रायल करने वाले मीडिया को लगा कि कुछ मदरसों के खिलाफ कुछ मसाला उसे हाथ लग जाएगा। इसीलिए मीडिया सुबह से ही कैमरे लेकर मदरसों पर पहुंच गया। मदरसे के कार्यक्रम और बच्चों का जोश-खरोश देखकर मीडिया भी सकते में आ गई है। एक तरह से देखा जाए तो उत्तर प्रदेश के मदरसे का योगी सरकार का शुक्रिया अदा करना चाहिए कि उन्होंने मदरसों की खबर को अंतर्राष्ट्रीय बना दिया।

सोशल मीडिया में रही धूम
सोशल मीडिया की ताकत का अंदाज़ा अब तकरीबन सभी को हो गया है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुबह से शाम तक मदरसों के प्रोग्राम की फोटो वायरल रही। सोशल मीडिया पर ऐसा लग रहा था जैसे स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम सिर्फ मदरसे ने ही मनाया है। दरअसल मेनस्ट्रीम मीडिया द्वारा जारी प्रोपेगेंडा की वजह से सोशल मीडिया हावी होता दिख रहा है। मदरसे से जुड़ी कई खबरों का पर्दाफाश भी सोशल मीडिया ने किया है।

अमित शाह की तस्वीर वायरल
संघ पर पमेशा देश की शान तिरंगे के अपमान का इलज़ाम लगता रहा है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह द्वारा जूते पहनकर राष्ट्रध्वज फहराने का मामला सामने आने पर लोगों ने तरह तरह के सवाल खड़े कर दिए। यहीं नहीं सोशल मीडिया पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इंडिपेंडेंस डे की स्पेलिंग गलत लिख खूब ट्रोल हुए। लोगों ने खूब खरी खोटी सुनाई। संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा केरला के एक स्कूल में डीएम के आदेश को न मानते हुए भी झंडा फहराया जाने की खूब चर्चा हुई।

अन्त में…
एक तरह से कहा जाए तो यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड का आदेश मुसलमानों के लिए फायदेमंद साबित हुआ। नफरत फैलाने वालों के मंसूबे पूरा तरह नाकामयाब हो गए। उम्मीद है कि भविष्य में योगी सरकार या RSS मुसलमानों से देशभक्ति का दिखावा करने का आदेश देते समय सौ बार सोचेगी।