लखनऊ, यूपी
IMPAR यानी इंडियन मुस्लिम्स फॉर प्रोग्रेसिव एंड रिफार्म संस्था की एक महत्वपूर्व बैठक लखनऊ में हुई। इस बैठक में संस्था के नेशनल एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर समेत कई पदाधिकारियों ने भाग लिया। ये बैठक राजधानी के न्यू जनपद बिल्डिंग में हुई। यूपी में संस्था के विस्तार को लेकर ये बैठक काफी महत्वपूर्ण रही।
IMPAR के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर खालिद अंसारी ने पीएनएस के बात करते हुए कहा कि IMPAR मुस्लिमों में बुद्दिजीवी और शिक्षित लोगों की एकमात्र संस्था है। इसका गठन हुए अभी एक साल हुआ है लेकिन इतने कम वक्त में संस्था ने कई काम किए है। उन्होंने कहा कि संस्था के राष्ट्रीय स्तर पर गठन होने के बाद हमारा इरादा राज्यों में विस्तार का है। इसी सिलसिले में हम लखनऊ आएं हुए हैं।
खालिद अंसारी ने कहा कि हम लोग एडवोकेसी का काम कर रहे हैं। दरअसल हम अलग अलग सेल बनाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। हमारे सेल में सबसे महत्वपूर्ण वकीलों का सेल हैं। हमने लॉकडाउन के दौरान बहुत मदद की। फंड के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी संस्था अभी मेंबरशिप से ही सभी काम कर रही है। ज़रूरत हुई तो हम लोग फंड भी इकठ्ठा करेंगे।
संस्था के सीईओ सिराज अब्बासी ने पीएनएस से कहा कि कोरोना काल में अचानक जमात को लेकर व अन्य में मुसलमानों की इमेज को गिराने की जबरदस्त कोशिश की गई। यहीं नहीं तबलीगी जमात के लोगों पर दर्जनों केस लगे। इसी बीच मुस्लिम समाज के दानिश्वरों ने इस संस्था का गठन करके मदद की पहल की। उन्होंने कहा कि देश भर में संस्था से लगभग दो सौ से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं।
IMPAR की बैठक में रिजनल कोआर्डीनेटर मेराज खान, लखनऊ कोआर्डीनेटर सबीहा अहमद, मोहम्मद शमीम, मोहम्मद खालिद, मिस शीबा, मोहसिन सिद्दीकी समेत कई लोग शामिल थे।