मुंबई,
बुधवार को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया। यहां पर भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) का ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन-32 (AN-32) रनवे पर फिसल गया। हादसा देर रात हुआ और इसमें किसी भी तरह के नुकसान या किसी के घायल होने की कोई जानकारी नहीं है।
जानकारी के अनुसार, मुंबई एयरपोर्ट के रनवे संख्या 27 से उड़ान भरते समय भारतीय वायुसेना का विमान मंगलवार रात 11 बजकर 39 मिनट पर रनवे को पार कर गया। जिसके बाद से रनवे संख्या 27 को विमानों के परिचालन के लिए बंद कर दिया गया। विमान मुंबई से बंगलुरू के पास स्थित यहलांका एयरपोर्ट की उड़ान पर था।
Indian Air Force (IAF) aircraft AN-32 was departing for Yelahanka Air Force near Bengaluru, Karnataka. No injuries reported. Runway 27 at Mumbai Airport which it overran isn't available for operations https://t.co/71isOmOXmR
— ANI (@ANI) May 8, 2019
बेंगलुरु में करना था लैंड
एयरक्राफ्ट रनवे नंबर 27 से टेकऑफ कर रहा था। यह मुंबई एयरपोर्ट का मेन लैंडिंग रनवे है। इस हादसे की वजह से कई फ्लाइट्स में देरी हो गई और एयरपोर्ट अथॉरिटीज को दूसरे रनवे का प्रयोग करना पड़ा। इस रनवे से रेगुलर कमर्शियल फ्लाइट्स को ऑपरेट किया जा रहा था। जब एएन-32 वहां से टेकऑफ कर गया फिर इस रनवे को खोला गया। जो एएन-32 हादसे का शिकार हुआ है, उसे बेंगलुरु के येलहांका एयरबेस पर लैंड करना था।
क्या हैं इस एयरक्राफ्ट की खासियतें
- इंडियन एयर फोर्स के पास इस समय 105 एएन-32 सेवा में हैं।
- ट्विन इंजन वाला यह एयरक्राफ्ट कार्गो फ्लाइट के लिए प्रयोग होता है।
- यह एयरक्राफ्ट 7.5 टन कार्गो या फिर 50 पैसेंजर्स को ट्रांसपोर्ट कर सकता है।
- एयरक्राफ्ट के 10 वर्जन हैं जो सैनिक और असैन्य दोनों तरह की जरूरतों को पूरा कर सकता है।
- एएन32 530 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।
- वजन 16,800 किलोग्राम और टेक ऑफ के समय इसका अधिकतम वजन 27,000 किग्रा होता है।
- एएन32 के प्रोटोटाइप वर्जन ने जुलाई 1976 में पहली उड़ान भरी थी।
- यह एयरक्राफ्ट गर्म और ऊंचाई जैसी जगहों पर भी टेक ऑफ कर सकता है।
पहले भी हो चुके हैं कई बड़े हादसे
25 अप्रैल- अंबाला कैंट के पास उड़ान भर रहे भारतीय वायुसेना के जगुआर विमान में तकनीकी खराबी के चलते पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए रिहायशी क्षेत्र से दूर खेतों में ड्रॉप टैंक गिराकर विमान को क्रैश होने से बचा लिया था। इसके कुछ क्षणों बाद ही विमान एयरफोर्स स्टेशन में सुरक्षित लैंड कर गया था।
31 मार्च- भारतीय वायु सेना का एक मिग 27 विमान राजस्थान में जोधपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। मिग 27 यूपीजी विमान अपने नियमित मिशन पर था। विमान गोंडाना के नजदीक शिवगंज के सिरोही में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। विमान दुर्घटना पर भारतीय वायुसेना ने बयान जारी करते हुए कहा था कि मिग-27 यूपीजी विमान ने उतरलाई एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी थी। उसके इंजन में कुछ खामी आ गई जिसके कारण वह जोधपुर से 120 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में पायलट सुरक्षित बच गया था।
8 मार्च – राजस्थान के बीकानेर जिले में वायुसेना का एक लड़ाकू विमान मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हालांकि इस दुर्घटना में विमान का पायलट बच गया था। सेना के प्रवक्ता सोंबित घोष के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त लड़ाकू विमान मिग-21 बीकानेर में वायुसेना के नाल हवाई अड्डे से नियमित उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
27 फरवरी- पाकिस्तान के साथ हुई डॉगफाइट के दौरान भारतीय वायुसेना के जांबाज फ्लाइट लेफ्टिनेंट अभिनंदन ने अपने मिग 21 के साथ पाक वायुसीमा में घुसकर उसके एफ 16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। इस दौरान अभिनंदन का मिग 21 विमान भी दुर्घटना का शिकार हो गया था।
27 फरवरी- बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी विमानों के भारतीय सीमा में प्रवेश किए जाने के कुछ समय पहले ही भारतीय वायुसेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में 6 वायुसैनिक शहीद हो गए थे।