मुस्लिम महिलाओं को घर से खींचकर रेप की धमकी देने वाले महंत बजरंग मुनि ने जमानत मिलने के बाद कहा है कि उन्हें अपने भड़काऊ बोल पर कोई पछतावा नहीं है। बजरंग मुनि ने इसे धर्म की रक्षा से जोड़ते हुए कहा है कि वह इसके लिए जान देने को तैयार हैं। बजरंग मुनि ने कहा कि धर्म और हिंदू महिलाओं की रक्षा के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं।
सीतापुर में पिछले दिनों भड़काऊ बयानबाजी के बाद गिरफ्तार किए गए बजरंग मुनि ने कहा, ”धर्म के लिए मुझे हजारों बार जेल जाना पड़े तो मैं तैयार हूं। कोई पछतावा नहीं महसूस करता हूं। हमने अपने धर्म के लिए कहा है, धर्म की महिलाओं की रक्षा के लिए कहा है। धर्म के लिए मुझे कुछ भी करना पड़े, प्राण भी त्यागना पड़े तो तैयार हूं। कोई पश्चाताप मुझे नहीं है, क्योंकि जो सजा मुझे पानी थी, पा चुका हूं। उस दिन मैंने जो कहा अपनी महिलाओं की रक्षा के लिए कहा। मैं फिर कह रहा हूं कि धर्म की रक्षा के लिए मेरा कतरा-कतरा कट जाए तो मैं कुर्बानी को तैयार हूं।”
गौरतलब है कि 2 अप्रैल को नवरात्रि के पहले दिन सीतापुर के कमाल सरांय स्थित बड़ी संगत से महंत बजरंग मुनि दास की अगुवाई में खैराबाद कस्बे में कलश यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि यदि हिंदू महिलाओं को छेड़ा गया तो वह मुस्लिम महिलाओं को घर से उठाकर रेप करेंगे। वीडियो वायरल होने पर महिला आयोग ने भी लिया, जिसके बाद महंत बजरंग मुनि के खिलाफ थाना खैराबाद विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। 13 अप्रैल की शाम को महंत बजरंग मुनि दास को गिरफ्तार किया गया और मेडिकल परीक्षण कराने के बाद जेल भेजा गया।
महंत बजरंग मुनि दास को रविवार को सुबह करीब साढ़े सात बजे रिहा कर दिया गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें कमाल सरांय संगत पहुंचाया गया, जहां उपस्थित समर्थकों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान संगत छावनी में तब्दील रहा। करीब दस दिन बाद शनिवार को अदालत द्वारा उनकी जमानत याचिका मंजूर की गई थी।