लखनऊ, यूपी
झारखंड में तबरेज अंसारी की आतंकी भीड़ द्वारा की गई हत्या के खिलाफ के पूरे देश में लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आम लोगों ने मॉब लिंचिंग के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन स्थल चौक स्थित घंटाघर के पासभारी भीड जुटी। इसमें हर धर्म के लोग शामिल हुए और सभी ने एक स्वर में मॉब लिंचिंग में शामिल आतंकी भीड़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मॉब लिंचिंग के विरोध में बुधवार की शाम कई सामाजिक संगठनों के आह्वान पर लखनऊ के घंटाघर हुसैनाबाद में प्रदर्शन किया। इस दौरान मांग की गई कि राज्य की सरकारों ने अगर मॉब लिचिंग पर सख्त कार्रवाई नहीं की तो ना सिर्फ देश की अखंडता पर खतरा गहरा जाएगा बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास जीतने का लक्ष्य भी टूट जाएगा। ऐसे में यह जरूरी है कि मॉब लिंचिंग के दोषियों पर सख्त कार्रवाई के लिए नया कानून बनाया जाए।
सपा नेता अमीक जामेई ने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों के साथ मॉबलिचिंग की घटनाएं बढ़ी हैं। प्रदेश में दलित पिछडे़ और मुसलमानो के एंकाउटंर हो रहे हैं। झारखंड मे तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या का ताजा मामला सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोलता है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा मॉबलिंचिंग की रोकथाम के लिए दिए गए दिशा-निर्देशों को राज्यों में अभी तक लागू क्यों नहीं किया गया है।
एसआईओ यूपी सेंट्रल के प्रांतीय अध्यक्ष मोहम्मद राशिद ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को भीड़ द्वारा इतनी बर्बरता और अमानवीयता के साथ सिर्फ इसलिए हत्या कर दी जाए क्योंकि वह एक विशेष समुदाय से संबंध रखता था, अत्यंत निंदनीय है। यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है जो मारा गया है, यह हमारी सामूहिक नैतिकता और कानून के राज पर हमला है।
आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ कलहंस ने कहा कि भीड़ की इस हिंसा पर सत्ताधीशों की चुप्पी चिंता का विषय है। माब लिंचिंग की घटनाओं के आरोपियों को सत्ता में बैठे लोग सम्मानित कर रहे हैं। दुखद तो ये है कि नागरिक समाज की ओर से भी इसका कायदे से विरोध नहीं हो रहा है। अंत में शांतिपूर्ण तरीके से घंटाघर से रूमी गेट तक पैदल मार्च निकाल कर सभी लोगों ने विरोध दर्ज कराया। उसके बाद जिलाधिकारी के घर जाकर ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में भारी संख्या में सभी धर्मों के लोग, महिलाएं शामिल रही।
कई दलों के नेता रहे प्रदर्शन में शामिल
कांग्रेस की प्रवक्ता सदफ ज़फर,रिफत फातिमा, मीडिया कोऑर्डिनेटर प्रीति, सपा के पूर्व मंत्री यामीन खान, पूर्व प्रवक्ता अमीक जामई, अब्दुल हफीज़ गांधी, पीएसपी के प्रवक्ता उसमान अली, एमआईएम, आईयूएमएल, कम्यूनिस्ट पार्टियों समेत कई दलों के नेता शामिल रहे।
कई संगठन हुए शामिल
प्रदर्शन में एसआईओ, टीम लखनऊ, मीम टीम, यूएएच, सिख संगठनों समेत कई संगठन के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही।