अब्दुल अज़ीज़
बहराइच, यूपी
हिमालय की तरहटी पर बसे ज़िले बहराइच में स्थित हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक हज़रत सैय्यद सालार मसऊद गाजी रह0 का जेट मेला आज से शुरु हो रहा है। सदियों पुराने जेठ मेले की सभी तैयारियां पूरी हो गयी हैं। एक माह तक चलने वाला ये पारम्परिक जेठ मेले का मुख्य आकर्षण 29 मई को हज़रत सैय्यद सालार मसऊद गाजी उर्फ़ बाले मियां की शादी की रस्म अदायगी के साथ मनाया जाना है।
बहराइच के इस पारम्परिक जेठ मेले में शिरकत करने के लिए देश विदेश से लाखों की तादाद में ज़ायरीन यहां आते हैं। ये लोग अपनी आस्था के दीप जला कर मुरादों की झोलियों से लबरेज होते हैं। इस मेले में ज़ायरीनों के अलावा देश के कोने कोने से तरह तरह की दुकानें और खेल तमाशों के स्टाल भी लगाए जाते हैं। इनके आने का दौर पहले से शुरु हो चुका है। यहां खासकर छोटे बच्चों की पसन्द छोटे बड़े झूले और खेल तमाशों के स्टाल और दुकाने लगनी शुरू हो गयी हैं।
ज़िला प्रशासन तैयारियों में जुटा
इस मेले को शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए बनने वाला अस्थायी थाना शुरू हो चुका है। दूसरी तरफ ज़िलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के अस्थायी कैम्प कार्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्वोत्तर में लगने वाले इस मेले की व्यवस्था को लेकर ज़िला प्रशासन हमेशा पूरी तैयारी करता है। इसके लिए ज़िलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने कई बैठकें कर मेला तैयारियों का जायजा भी लिया है।
मंत्री यासर शाह ने की बैठक
प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री और इसी ज़िले के विधायक यासर शाह ने जिलाधिकारी और दरगाह प्रशासन के साथ अलग अलग बैठकें कर मेला व्यवस्था की समीक्षा की। इसके साथ ही उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किये। यासर शाह ने सभी विभागों से सहयोग करने को कहा है।
दुकानदारों का दरगाह प्रशासन पर आरोप
हमेशा की तरह इस बार भी दरगाह प्रशासन ने मेले से पूर्व बड़ी बड़ी तैयारियों का दावा किया है। अब देखना ये है कि इनके ये दावे कितने सार्थक हो पाते हैं। अभी तक की व्यवस्था के बारे में इस ऐतिहासिक मेले में दूर दराज़ से आने वाले खेल तमाशे के शो मालिक और दुकानदारों ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि बीते की सालों की तरह इस साल भी दरगाह प्रशासन द्वारा दुकानदारों का शोषण किया जा रहा है। पूरानी जगहों के आवंटन में बड़ी बड़ी रकमें वसूली गयी हैं और इसके बावजूद भी मेला शुरू होने पर हमसे फ्री पास की अलग से मांग की जाती है। यही नही किराये की रशीद में भी हमारे साथ हमेशा धोखा ही दिया जाता है। इसके आधार पर हमसे तो बड़ी बड़ी रकम किराये के रूप में ली जाती है और रशीद मिलती है चन्द रुपयों की।
दूसरे दुकानदारों का ये भी आरोप है कि उनकी पुरानी दुकानों को दूसरों को आवंटित किया गया है और हमारे आने पर इसी बात को लेकर हमसे ब्लैक मेलिंग कर अच्छी खासी रकम वसूली कर हमको हमारी दुकानें उपलब्ध करायी गयी हैं। मेले की व्यवस्था को लेकर जब इस संवाददाता द्वारा दरगाह कार्यालय और उनके कामों की जांच की गयी तो पता चला कि मेला क्षेत्र में लगने वाली दुकानों में से आधे से ज्यादा दुकानें दरगाह शरीफ कार्यालय में काम करने वाले लोगों और यहां के खादिमों के नाम पर आवंटित हैं। ये लोग लोग मेले के समय में बाहर से आने वाले दुकानदारों को बड़ी रकम लेकर शिकमी के तौर पर किराये पर देते रहते हैं। इन सब अवैध कामों में दरगाह प्रशासन की पूरी पूरी सहभागिता रहती है।
मेला प्रशासन की व्यवस्था
मेले की व्यवस्था को लेकर बिजली, पानी, साफ सफाई और चिकित्सा आदि में भी हर साल लाखो करोड़ों रूपये खर्च किया जाता है। इस बार भी दरगाह प्रशासन ने मेले की व्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे किये है लेकिन उनके सारे दावे चार दिन के बाद अपने आप सभी के सामने आने वाले हैं। मौसम के बदलते मिजाज की वजह से इस बार अधिक गर्मी होने की सम्भावना है। ऐसे में पीने का पानी और साफ सफाई अहम चुनौती है। स्थानीय नगर पालिका चेयरमैन हाजी रेहान ने मेले के दौरान साफ सफाई की व्यवस्था और पानी आदि के लिए अपनी सेवायें देने का ऐलान किया है।
परिवहन व्यवस्था
मेले में किसी किस्म की अव्यवस्था न हो और सामने आ रही परेशानियों से निपटने के लिए परिवहन का विशेष इंतज़ान किया गया है। ज़यरीनों को हर सम्भव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए परिवहन मंत्री यासर शाह ने जिलाधिकारी को भी निर्देशित किया है। इस जेठ मेले में अब आस्थाओं का सैलाब उमड़ चुका है। दूर दराज से आने वाले जायरीनों को सिलसिला भी शुरू हो गया है। वैसे मेले का उद्घाटन 28 मई को परिवहन मंत्री यासर शाह द्वारा जंजीरे गेट पर फ़ीता काट कर किया जायेगा।