लखनऊ, यूपी
मुल्क आज़ादी में अगर हम मज़हब, जाति या नस्ल के आधार पर अंग्रेजों से लड़ते तो ये आज़ादी कत्तई हासिल न होती। ये आज़ादी हमें इसलिए मिली कि हम हिंदुस्तानी बनकर एक साथ लड़े। मुल्क के लिए अगर भगत सिंह शहीद हुए तो अशफाकुल्लाह ने अपनी जान की शहादत दी। ये बातें फज़ले मसूद ने सांप्रदायिक सदभावना बढ़ाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
समाज के बीच सदभावना बढ़ाने के लिए “भारतीय एकता सदभावना मिशन” के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में लोगों से खिताब करते हुए संगठन के अध्यक्ष फज़ले मसूद ने कहा कि देश के अंदर कुछ सांप्रदायिक ताकतें माहौल खराब कर रही है। वह मुल्क की तरक्की को सालों पीछे ले जाने की कोशिश कर रही है। फज़ले मसूद ने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि ये तत्व किसी विदेशी ताकत के इशारे पर तो काम नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी ताकतों से सावधान रहने की ज़रूरत है।
कार्यक्रय का आयोजन और संचालन डॉ शहज़ाद आलम ने किया। कार्यक्रम ने सामजसेवी फखरे आलम, प्रदेश कांग्रेस महासचिव प्रमोद सिंह, दुर्गा शंकर दूबे समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम में डॉ आमिर जमाल, डॉ नियाज़ अहमद, एडवोकेट नदीम आलम, डॉ दुर्गेश गुप्ता, कमालुद्दीन, महफूज़ आलम समेत दर्जनों लोगों ने भाग लिया।
पीएनएस के खास बातचीत
कार्यक्रम में शामिल कांग्रेस के प्रदेश संगठन प्रभारी फज़ले मसूद ने पीएनएस से खास बातचीत करते हुए कहा कि वह और पार्टी के सभी कार्यकर्ता कांग्रेस की कमान राहुल गांधी को सौंपने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी अध्यक्ष बनते हैं तो पार्टी को ताकत मिलेगी। पीएनएस के एक सवाल के जवाब में फज़ले मसूद ने कहा कि राहुल गांधी किसानों, मज़दूरों और मेहनतकशों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। राहुल गांधी के सवाल अब पीएम मोदी और बीजेपी को परेशान कर रहे हैं, यहीं वजह है कि पीएम मोदी असल मुद्दे से ध्यान भटकाकर सांप्रदायिक मुद्दों को हवा दे रहे हैं।