अब्दुल कय्यूम
फैज़ाबाद, यूपी
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लाख कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक करें और अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को कानून व्यवस्था में सुधार के लिए निर्देश देते रहे लेकिन भ्रष्टाचार और अपनी मनमानी के चलते पुलिसकर्मी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रदेश में आए दिन कानून व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने की घटनाएं होती रहती हैं। पुलिस कार्रवाई ना करके दोषियों को बचाने में लगी रहती है।
ऐसा ही एक मामला रौनाही थाना क्षेत्र के ग्राम देवराकोट का सामने आया है। जहां पर पुलिस दबंगों की जगह पीड़ित के खिलाफ एकतरफा कारवाई कर रही है। पुलिस ने निर्दोष लोगों पर मुकदमा दर्ज कर फर्जी तरीके से फंसाने में लगी है। हालांकि इस मामले की शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से की गई है पर बड़ा सवाल है कि आखिर ऐसे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कब होंगी कार्रवाई।
क्या है पूरी घटना
आप को बताते चले की यह पूरी घटना फैजाबाद के थाना रौनाही क्षेत्र के ग्राम देवराकोट में देवरानी-जेठानी के बीच झगड़े का मामला हैं, जहाँ देवरानी भानमती निषाद पति संतराम निषाद दूसरे गांव गुलाल तारा से आकर अपने मझले भाई सालिक राम और उनकी पत्नी बच्चों व दबंग साथियों के साथ मिलकर जबरन बुजुर्ग जेठानी सावित्री देवी के घर जाकर उनकी काबिज सहन की जमीन पर जबरन दीवार गिराने और टिन सेट हटा कर रहे थे। जब ये लोग कब्जे में नाकाम हो गए तो बुजुर्ग जेठानी के विरोध करने पर दबंग दोनों भाई संतराम व सालिकराम की पत्नियों ने अकेला पाकर बीती 24 तारीख को बुजुर्ग जेठानी को लात-घूसों व डंडे से जमकर पीटा जिससे उनकी हालत खराब हो गई और अधमरा छोड़ कर फरार हो गए।
इसके बाद स्थानीय लोगों ने 100 नंबर पर सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित को सोहावल के सरकारी अस्पताल में मेडिकल कराया। जहां डॉक्टरों ने पीड़ित सावित्री देवी को अंदरुनी गंभीर चोटें बताई। इसके बावजूद भी पुलिस ने तहरीर लेकर न मुकदमा दर्ज किया न ही दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की उल्टा पीड़ित और उनकी बच्चों पर कार्यवाही करने की धमकी देने लगे और झूठे मुकदमे में फसाया जा रहा है।
क्यों नहीं हो रही है कार्रवाई
पीड़ित सावित्री देवी के माने तो वही पर तैनात एक पुलिस अधिकारी के करीबी होने के साथ रसूख और पैसे के चलते दोषियों के खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की और आए दिन यह लोग दूसरे गांव से लोगों को लाकर हमारी सहन की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। क्योंकि हमारा बड़ा बेटा और पति बाहर रहते हैं। कोई गर्जना न होने की वजह से जबरन कब्जा करना चाहते हैं।
वहीं पीड़ित सावित्री देवी के पिता की माने तो उनकी बेटी को मारापीटा और जबरन फंसाने की कोशिश कर रही है साथ ही दबाव बना रही है।और बार-बार उनके बच्चे और पति को फर्जी मुकदमे में फंसाने की कोशिश कर रही है। वही पीड़ित के पिता गोली दास ने बताया कि इनके पति और बच्चे बाहर रहते हैं उनको भी फर्जी तरीके से पुलिस फसाने की साजिश कर रही है।वही स्थानीय लोगों की माने तो छोटे और मझीले भाई मिलकर आए दिन बवाल कर जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। जिनके पास किसी भी जमीन का कागज भी नहीं है।
वही स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके पहले भी अपने स्वर्गीय मां बाप को भी कई बार मारा पीटा था। वही लोग का यह भी कहना है कि पूर्व में कई बार विवादों के चलते सन्तराम निषाद मारे जा चुके हैं। वही सूत्रों की माने तो दिल्ली में ठेकेदारी कर काम के नाम पर कई लोगों के लाखों रुपये की ठगी और गबन का आरोप है। लेकिन हकीकत यही है कि ऊची पहुच और पैसे के चलते इन लोगों ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो रहीं हैं।