नई दिल्ली
गुजरात की एक बेटी ने अपनी लगन और मेहनत से वो ऐसा मुकाम हासिल किया जो हर किसी के लिए नज़ीर है। ऐसे लोग जो सुविधाओं की कमी का रोना रोते हैं या फिर गरीबी को सामने रख कर आगे बढ़ने की कोशिश नहीं करते उनके लिए इस बेटी ने एक सबक दिया है। जी हां… हम बात कर रहे हैं गुजरात की रहने वाली अफरीन शेख की, जिन्होंने एसएससी के एक्ज़ाम में 98.31 फीसदी अंक हासिल करके अपने पिता का नाम रोशन कर दिया जो ऑटो रिक्शा चलाकर अपने परिवार के पाल रहे हैं।
अफरीन शेख ने गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी जीएसएचएसईबी में सोमवार को दसवीं के परिणाम घोषित में सबको चौका दिया। इन नतीजों में ऑटो ड्राइवर शेख मोहम्मद हमज़ा 16 साल की बेटी अफरीन शेख ने 98.31 प्रतिशत अंक हासिल किए। रिजल्ट के आने के बाद आफरीन के घर न सिर्फ आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए बल्कि मीडिया का जमावड़ा लग गया। होर कोई उसे मुबारकबाद दे रहा था।
अफरीन शेख ने बताया कि उसका सपना डॉक्टर बनकर लोगों कि खिदमत करना है। आफरीन ने कहा कि मैं नतीजों से बहुत खुश हूं। परिवार की कम आय होने के बाद भी अफरीन के पिता ने अपनी बेटी की पढ़ाई में किसी तरह की कोई कमी नहीं आने दी। शेख मोहम्मद हमज़ा ने बताया कि अब उनके सामने बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए और मेहनत करना पड़ेगा। वो बेटी के लिए हर संभव कोशिश करेंगे कि वह डॉक्टर बने और लोगों की खिदमत करे।
मालूम हो कि आफरीन 16 साल है और जब वह पैदा हुई तो 2002 में गुजरात दंगों में जल रहा था। उसका परिवार भी इससे अछूता नहीं रहा। इन दंगों की आग में शेख मोहम्मद हमज़ा का परिवार और उनकी बेटी बच गए थे। शायद यहीं वजह है कि आफरीन ने हर मुश्किल को किनारे करते हुए इस बुलंदी को छुआ है।