डुमरियागंज, यूपी
यूपी में 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में बिहार की तर्ज पर यूपी में महा गठबंधन बनेगा। इसमें सपा, बसपा और बीजेपी को छोड़कर ज़्यादातर दल शामिल होंगे। इस महा गठबंधन को बनाने के लिए बातचीत की शूरूआत की जा चुकी है। ये बातें पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अय्यूब ने कहीं।
स्थानीय निरीक्षण भवन परिसर में पीस पार्टी ने कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया था। इसी सम्मेलन संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष डॉ अय्यूब ने कहा कि महा गठबंधन बनने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है। महा गठबंधन प्रदेश में मजबूत विकल्प पेश करेगा और प्रदेश में सेकुलर सरकार बनाने में कामयाब होगा।
पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक डा. मुहम्मद अयूब ने कहा कि अगले महीने जनपद मुख्यालय या फिर बस्ती में महा रैली होगी। इसमें विभिन्न दलों के तमाम दिग्गज भी भाग लेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि रैली की तैयारी में अभी से पूरी ताकत से जुट जाएं।
बीएसपी और सपा पर हमला करते हुए कहा कि 2007 से 2012 तक प्रदेश में बसपा की सरकार रही, जहां भ्रष्टाचार को पूरी तरह बोलबाला रहा, बिना रिश्वत कोई काम नहीं होता था। जनता ने बड़ी उम्मीद के साथ 2012 में सपा की सरकार बनवाई, मगर मुसलमान समेत समाज के कमजोर वर्ग को इस सरकार से भी काफी निराशा हाथ लगी है। केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि झूठे वादे पर बनी सरकार में अब लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
सम्मेलन को राष्ट्रीय सचिव अरबाब फारूकी, रियाज अहमद, ज़िलाध्यक्ष ज़हीर आलम समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर रविशंकर त्रिपाठी, अज़हर फारूकी, अजीजुल्लाह, अब्दुल रहमान, मारूफ समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इससे पहले डाक बंगले पर आयोजित प्रेस वार्ता में डॉ अय्यूब ने कहा कि प्रदेश में अपने फायदे के लिए सरकारें दंगे कराती हैं। 2012 चुनाव के बाद कई जगह दंगे हुए, जिसके लिए सपा और बीजेपी दोनों ज़िम्मेदार हैं, 2014 में इसका फायदा बीजेपी को मिला। इसके बाद यूपी में कहीं दंगे नहीं हुए। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर कहा कि गरीब वर्ग के लिए इसमें कुछ भी नहीं है, सिर्फ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है।