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22 Dec 2024, Sun

सऊदी में आज़ाद वीज़ा पर काम करने वालों की अब खैर नहीं

रियाद, सऊदी अरब

सऊदी अरब के श्रम मंत्रालय ने सख्त आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब आज़ाद वीज़े यानी स्पांसरशिप बदलकर काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्रालय का कहना है कि अगर कोई कफील या कंपनी किसी दूसरे कफील या कंपनी के स्पांसर वर्कर से काम कराती है या फिर अपने वर्कर को किसी दूसरे कफील या कंपनी के काम के लिए कहती है तो ऐसे कफील या कंपनियों पर श्रम मंत्रालय भारी जुर्माना लगाएगा। इसके साथ ही ऐसे कफील और कंपनियों पर वर्कर लाने पर रोक भी लगाई जाएगी।

श्रम मंत्रालय ने जारी आदेश में कहा है कि ऐसी कंपनियों पर 25 हडज़ार सऊदी रियाल जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ इन कंपनियों पर विदेशों को वर्कर लाने पर एक साल का बैन लगेगा। श्रम मंत्रालय का कहना है कि ऐसा दोबारा करने पर जुर्माने का राशि 50 हज़ार सऊदी रियाल कर दी जाएगी और इसके साथ ही वर्करों को लाने का बैन दो साल कि लिए कर दिया जाएगा। श्रम मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे लोगों को 6 महीने की सज़ा भी दी जाएगी। श्रम मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे लोग अगर तीसरी बार वर्कर बदलते हैं तो जुर्माने की राशि 1 लाख सऊदी रियाल, कंपनी पर 5 साल का बैन और संबंधित मैनेजर को एक साल की जेल होगी।

श्रम मंत्रालय ने कहा कि इस मामले में छोटे दुकानदारों और घरों पर काम कराने वाले कफील पर ये जुर्माना 15 हज़ार सऊदी रियाल होगा और एक साल तक उन्हें वीज़ा इश्यू नहीं किया जाएगा। इसी तरह दोबारा नियम का उल्लंघन करने पर 30 हज़ार रियाल जुर्माना और दो साल तक वीज़ा नहीं मिलेगा। इसके साथ ही तीसरी बार नियाम तोड़ने पर जुर्माना 1 लाख सऊदी रियाल और 5 साल तक वीज़ा देने पर रेक लग जाएगी।

श्रम मंत्रालय का कहना है कि मंत्रालय की टीम लगातार जांच करती रहती है। इसके साथ ही सिकायत मिलने पर बी संबंधित कफील या कंपनी की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन नियमों का पालन हर हाल में कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिकायत की जांच सही पाए जाने पर मामले की पूरी जानकारी गृह मंत्रालय को दी जाएगी ताकि कार्रवाई की जा सके।