पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह
लखनऊ, यूपी
उन्नाव के बलात्कार में यदि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के ख़िलाफ़ तत्काल कार्यवाही नहीं हुई तो सरकार को साख बचाना मुश्किल होगा। ये सब जो हो रहा है, बेहद चिंताजनक है! थानों में न्याय पाने के लिए क्या अब क्या जान देना पड़ेगा। आत्महत्या का इंतज़ार करना पड़ेगा ?
बेटी चाहे दलित की हो या फिर कोई और… बलात्कारी बचना नहीं चाहिए। पुलिस का मनोबल बढ़ाना तो ठीक है, लेकिन लगाम ढीली होना उचित नहीं है। प्रदेश में थानों में न्याय नहीं मिल पा रहा है। भ्रष्टाचार चरम पर है पर दिखायी क्यों नहीं दे रहा, आश्चर्य है ? सावधान, लक्षण अच्छे नहीं है। आने वाला समय और भी कठिन है।
डीजीपी साहब… आपके लिए टेस्टिंग टाइम है, हनीमून ओवर हो जाना चाहिए। एनकाउंटर की वाहवाही ज़्यादा दिन नहीं चल सकती। पुलिसिंग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण नयी बात नहीं है। और हाँ… जैसा में फ़ोटो में दिख रहा है, खेल तो अवश्य खेलो लेकिन कुछ बड़े-बड़े ‘खिलाड़ियों’ से बच के रहना। बेड़ा गरक होने में देर नहीं लगेगी। ये बड़े खिलाड़ी ऐसे गुरूमंत्र दे देंगे।
बलात्कारी विधायक सेंगर को तो गिरफ़्तार करना ही पड़ेगा। जितना जल्दी होगा, अच्छा होगा। वैसे भी दलितों के ख़िलाफ़ आपका रिकार्ड अच्छा नहीं है। मेरा परामर्श कड़वा होता है, बुरा लगे तो रद्दी की टोकरी में डाल देना। आप पर एक जाति विशेष के राजनीतिज्ञों के संरक्षण में काम करने के भी आरोप हैं। आपने जातिधारित राजनीतिक लाभ भी सेवा में पोस्टिंग हेतु उठाए हैं। अब कैसे बचोगे, मित्र। CM योगी आपके लिए अपनी प्रतिष्ठा तो दाँव पर लगाने से रहे!!
भाजपा को तो ये सब भारी पड़ेगा ही… 2019 में !!!
(सूर्य प्रताप सिंह पूर्व आईएएस हैं और राजनीतिक, सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से लिखते हैं)