नई दिल्ली
अमूमन खामोश रहने वाले पूर्व पीएम मनमोहन ने पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। मणिशंकर अय्यर के घर पर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री, पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ ‘गुप्त बैठक’ को लेकर मोदी के बयान पर मनमोहन सिंह ने बयान जारी किया। उन्होंने इसे लेकर अपना दर्द और गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने गलतबयानी के लिए पीएम मोदी से माफी मांगने को कहा।
मनमोहन ने कहा कि हार सामने देख राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए झूठ का सहारा लेने से मुझे दर्द और गुस्से का अनुभव हो रहा है और ये किसी और नहीं बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है। हार के डर से पीएम मोदी गलत और झूठ बोल रहे हैं। मोदी पीएम की संवैधानिक गरिमा का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि दुख की बात है कि मोदी हर संवैधानिक संस्था को आघात पहुंचाते जा रहे हैं। इसमें पूर्व पीएम और पूर्व सेना प्रमुख भी शामिल हैं। कांग्रेस को ऐसी पार्टी और पीएम से राष्ट्रवाद पर उपदेश नहीं चाहिए जिनकी आतंकवाद से लड़ने की मंशा से सभी वाकिफ हैं।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा, मैं नरेंद्र मोदी जी को याद दिलाना चाहूंगा कि ऊधमपुर और गुरदासपुर आतंकी हमले के तुरंत बाद वह पाकिस्तान पहुंच गए थे। उन्हें पूरे देश को बताना चाहिए कि उन्होंने पठानकोट हमले के बाद कुख्यात आईएसआई को सुरक्षा की दृष्टि से जांच के नाम पर संवेदनशील आर्मी बेस का दौरा करने की इजाज़त क्यों दी थी। पांच दशकों से मेरा सार्वजनिक जीवन पूरी तरह पाक साफ रहा है। प्रधानमंत्री सहित कोई भी व्यक्ति अपने फायदे के लिए इस पर सवाल नहीं उठा सकता। मणिशंकर अय्यर के घर पर आयोजित डिनर पार्टी में गुजरात चुनाव का कतई ज़िक्र नहीं हुआ था न ही मैंने या किसी और ने इस पार्टी में गुजरात चुनाव का मुद्दा उठाया था।
मनमोहन सिंह ने कहा कि उनके और पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलावा अय्यर द्वारा कसूरी के सम्मान में दिए गए रात्रिभोज में पाकिस्तान के उच्चायुक्त, नटवर सिंह, के एस वाजपेयी, अजय शुक्ला, शरद सब्बरवाल, जनरल दीपक कपूर, टीसीए राघवन, सतीन्द्र के लाम्बा, एम के भद्रकुमार, सी आर गरेखान, प्रेमशंकर झा, सलमान हैदर और राहुल सिंह मौजूद थे। इनमें से किसी पर भी देशद्रोह का इल्ज़ाम लगाना सरासर झूठ और अधर्म होगा। पूर्व राजनयिक लाम्बा और पूर्व राजनयिक गरेखान ने कहा कि उस रात्रिभोज में भारत पाक संबंधों पर आम चर्चा हुई थी। गरेखान ने एक समाचार चैनल से कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति पर चर्चा नहीं हुई। पूर्व सेना प्रमुख जनरल कपूर के हवाले से भी कहा गया कि इस रात्रि भोज में गुजरात चुनाव पर बिल्कुल चर्चा नहीं हुई।