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21 Nov 2024, Thu

नमस्ते ट्रम्प से ही फैला देश में कोरोना, पूर्व डीजेपी ने किया संजय रावत के बयान का समर्थन

EX DGP SUPPORT SANJAY RAUT STATEMENT ON CORONA 1 020620

जावेद बिन अली

गाज़ीपुर, यूपी

शिवसेना लीडर और सांसद संजय रावत ने बयान दिया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम के बाद ही गुजरात राज्य के अहमदाबाद में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला। इस बयान का पूर्व डीजीपी मोहम्मद वजीर अंसारी ने समर्थन करते हुए कहा कि शिवसेना सांसद संजय रावत का बयान 100% सच है। पूरी दुनिया में यह महामारी हवाई जहाज से बड़े लोगों द्वारा सरकार के देखरेख में फैलाई गई है।

ठत्तीसगढ़ के पूर्व डीजीपी मोहम्मद वज़ीर अंसारी ने कहा कि पूरी दुनिया की कई सरकारें बड़े लोगों के सामने बौना साबित हो रही है। चीन के बुहान शहर से पैदल और रेलगाड़ी के माध्यम से नहीं, बल्कि हवाई जहाज के माध्यम से दुनिया के कई देशों में कोरोना का संक्रमण फैला और इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि देश में भी जो लोग विदेश से आए उन्होंने ने ही कोरोना को फैलाया।

पूर्व डीजीपी मोहम्मद वज़ीर अंसारी ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी आर्थिक नाकामी को छुपाने और मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद और फरोख्त करने के लिए आंखें बंद की हुई थी। खुद भारत में 30 जनवरी को केरल राज्य में चीन के बुहान शहर से आए हुए कोरोना वायरस व्यक्ति का पता चल गया था। 12 फरवरी को सांसद राहुल गांधी ने इस महामारी को सुनामी लहर से बड़ा बताया था। तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने 13 फरवरी को खंडन किया था और कहां था हमारे देश के लोगों को बिल्कुल घबराने की ज़रूरत नहीं है।

पूर्व डीजीपी वज़ीर अंसारी ने कहा कि 24 फरवरी को नमस्ते ट्रंप के कार्यक्रम अहमदाबाद, आगरा और दिल्ली में होने की वजह से ये पूरे भारत में फैला है। बीजेपी सरकार केंद्र की हो या राज्य की हो, हर जगह इस महामारी को रोकने में नाकाम है। केंद्र सरकार की देखरेख में मध्य प्रदेश की सरकार बन जाने तक, इस महामारी के रोकथाम के लिए किसी तरह का प्रयास नहीं किया गया। नतीजा है कि मध्य प्रदेश सरकार के 43 से 50 तक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और डॉक्टर कोरोना वायरस के शिकार हो गए। इसे सरकार ने बिल्कुल छुपा लिया। इस समय उत्तराखंड के सतपाल महाराज परिवार के 20 सदस्य कोरोना वायरस के संक्रमित हैं।

वज़ीर अंसारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में सरकार बनने के फौरन बाद किसी राज्य के मुख्यमंत्री से पूछे बिना 4 घंटे की नोटिस पर पूरे भारत में लॉक डाउन कर दिया गया। जिस समय लॉक डाउन की घोषणा की गई, उस समय जितनी संख्या थी, आज की संख्या में जमीन-आसमान का अंतर हो चुका है। अब अनलॉक 1.0 की घोषणा की गई है। ये फैसला समझ से परे हैं। राज्यों से कहा जा रहा है, इस स्थिति से वो खुद निपटें। कोरोना को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तालमेल बिल्कुल नहीं है।

पूर्व डीजीपी ने कहा कि गैर भाजपा राज्यों के मुख्यमंत्रियों की जितनी भी सराहना की जाए कम है। वह अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए अपने मजदूर से लेकर अपने तमाम नागरिकों के लिए व्यवस्था कर रहे हैं। राज्य सरकार को कोरोना वायरस की संख्या का खौफ दिलाकर केंद्र सरकार महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों की सरकार गिराने के लिए तरह-तरह की अपनी दुष्प्रचार से कर रही है। गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों की हालत कोविड-19 की रोकथाम हो या लॉ एंड आर्डर हो, बुरी तरह फेल हो चुकी है।

वज़ीर अंसारी ने कहा कि कोविड-19 के महामारी के बाद से प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा जिस तरह से गैर भाजपा सरकारों वालों प्रदेशों को हिकारत की निगाह से देख रहे हैं। ये भारत के इतिहास में ऐसा कभी देखने को नहीं मिला है। इन राज्यों की मजदूरों के साथ सौतेलापन का सभी मापदंड फेल हो चुके हैं। तमाम राजनीतिक, धार्मिक, समाजिक मीटिंग पर प्रतिबंध के बावजूद भी मध्य प्रदेश के भाजपा केंद्रीय कार्यालय पर भोपाल शहर के रेड जॉन में मीटिंग कर के भाजपा में शामिल करने का कार्यक्रम हो सकता है, मंदिर, गुरुद्वारा, गिरजाघर और मस्जिद में सोशल डिस्टेंस बनाकर रखने पर भी प्रवेश वंचित है।