नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले में शामिल हेलीकॉप्टर की कथित जांच को लेकर चुनाव आयोग ने निलंबित किए गए आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन को फिर से बहाल कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम के काफिले की जांच करने वाले मोहम्मद मोहसिन का तबादला कर दिया गया है। उन्हें ओडिशा से वापस कर्नाटक भेजा गया है। वो कर्नाटक के सीईओ के साथ अटैच किए गए है।
चुनाव आयोग के इस आदेश के साथ ही मोहम्मद मोहसिन का निलंबन आदेश खुद निरस्त हो गया। आयोग ने 16 अप्रैल को पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की ओडिशा के संबलपुर में छानबीन करने के लिए सामान्य पर्यवेक्षक (जनरल ऑब्जर्वर) मोहम्मद मोहसिन को निलंबित कर दिया था। आयोग ने कहा था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी मोहसिन ने स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) सुरक्षा प्राप्त लोगों के लिए दिए गए निर्देशों के खिलाफ काम किया।
भुवनेश्वर में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि संबलपुर में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच करना निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत नहीं था। एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट प्राप्त होती है।
Mohammed Mohsin, IAS who was suspended by EC for ordering to check PM’s chopper has been asked by EC to leave Sambalpur and to report to Karnataka CEO.
Mohsin to return to Bangalore tonight pic.twitter.com/jA2fRtHaUx— Arvind Gunasekar (@arvindgunasekar) April 21, 2019
कर्नाटक कॉडर के आईएएस अधिकारी मोहसिन ओडिशा में निर्वाचन आयोग की निगरानी के तहत एक जनरल ऑब्जर्वर के रूप में तैनात थे। मोहसिन की कार्रवाईयों के कारण पीएम मोदी को करीब 15 मिनट तक वहां रूकना पड़ा था। जिसके बाद जिला कलेक्टर और पुलिस महानिदेशक की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने संबलपुर के पर्यवेक्षक मोहसिन को निलंबित कर दिया था।
पीएम मोदी यहां संबलपुर और भुवनेश्वर में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करने आए थे। उधर, कांग्रेस ने मोहसिन के खिलाफ आयोग की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा था कि जिन नियमों का हवाला देते हुए उसने नौकरशाह को दंडित किया है उसके तहत प्रधानमंत्री के वाहन को जांच से छूट नहीं है।