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18 Mar 2025, Tue

चुनाव आयोग का राजनीतिक पार्टियों को कड़ा आदेश

ELECTION COMMISSION ORDER ON POLITICAL AD 1 100319

नई दिल्ली,

पाकिस्तानी सीमा में एयर स्ट्राइक को लेकर देश में छिड़ी बहस के बीच चुनाव आयोग ने निर्देश दिया कि राजनीतिक दल प्रचार के लिए सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल न करे। आयोग को शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ राजनीतिक दल अपने विज्ञापनों और प्रचार सामग्री में जवानों की तस्वीरें लगा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली में भाजपा के चुनावी पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह के साथ वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन के फोटो देखे गए थे।

  • चुनाव आयोग ने कहा- सशस्त्र बल देश की सुरक्षा और राजनीतिक प्रणाली के रखवाले, प्रचार के वक्त राजनीतिक दल ऐहतियात बरतें
  • विंग कमांडर अभिनंदन की पाक से रिहाई के बाद राजनीतिक दलों ने उनकी फोटो का इस्तेमाल पोस्टरों में किया था

चुनाव आयोग ने दोबारा जारी किया आदेश:
चुनाव आयोग ने 2013 का आदेश सभी मान्यता प्राप्त दलों को दोबारा जारी किया है। इसमें कहा है कि सशस्त्र बल देश की सुरक्षा और राजनीतिक प्रणाली के रखवाले हैं। आधुनिक लोकतंत्र में वे गैर-राजनीतिक और निष्पक्ष होते हैं। राजनीतिक दल और राजनेता अपने प्रचार के दौरान सशस्त्र बलों का कोई भी उल्लेख करते वक्त ऐहतियात बरतें।

निर्देश के मुताबिक- आर्मी चीफ या कोई भी सेना का जवान और फौजों के किसी कार्यक्रम का फोटो किसी भी रूप में विज्ञापन या प्रोपेगैंडा या प्रचार अभियान में किसी राजनीतिक दल या उम्मीदवार द्वारा इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

पाक के एफ-16 को मार गिराने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 क्रैश हो गया था। वह इजेक्ट होकर पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में गिरे थे। पाक अफसरों ने अभिनंदन को 1 मार्च को रिहा किया था। वह वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत आए थे। इसके बाद उन्हें पूरे देश ने उन्हें जहां राष्ट्रीय हीरो जैसा सम्मान दिया, वहीं राजनीतिक दलों ने भी उनकी तस्वीर को बैनर-पोस्टर में इस्तेमाल किया।