लोकसभा चुनाव के दौरान कई ऐसे मौके आए हैं जब विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला उठाया है। लेकिन हर बार चुनाव आयोग की तरफ से पीएम मोदी को क्लीन चिट मिली है। अब मंगलवार को प्रधानमंत्री के खिलाफ 8वें और नौवें मामले में भी फिर क्लीन चिट मिल गई है। जिसमें 23 अप्रैल को अहमदाबाद में कथित रोड शो और कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एक भाषण का मामला शामिल है।
दरअसल, 23 अप्रैल को गुजरात में पीएम मोदी ने वोट डाला था। जब वह वोट डालने गए थे, तब खुली जीप पर मतदान करने गए थे। इसी को लेकर विपक्ष ने शिकायत की थी ये एक रोड शो के समान है और आचार संहिता का उल्लंघन है। जिस पर अब चुनाव आयोग की तरफ से पीएम मोदी को क्लीन चिट मिली है।
इसके अलावा कर्नाटक के चित्रदुर्ग में दिए गए भाषण पर भी प्रधानमंत्री को क्लीन चिट मिली है। इस भाषण में प्रधानमंत्री ने मतदाताओं से अपील की थी कि वह बालाकोट हवाई हमले के नायकों को समर्पित करने के लिए अपना मतदान दें।
पीएम के इस बयान पर विपक्ष ने सेना के नाम पर वोट डालने का आरोप लगाया था, जिसपर अब चुनाव आयोग की क्लीन चिट मिली है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री को सेना के बयान, पुलवामा मामले समेत अन्य मसलों पर क्लीन चिट मिल चुकी है।
कई मामलों में मिल चुकी है क्लीन चिट
इससे पहले भी प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के सात मामलों में चुनाव आयोग क्लीन चिट दे चुका है। जिसको लेकर कांग्रेस भी कई सवाल खड़े कर चुकी है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया है और वह इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे हैं।
कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने सुप्रीम कोर्ट में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा याचिका दायर की है। कांग्रेस की मांग है कि अदालत चुनाव आयोग को पीएम मोदी-अमित शाह के खिलाफ एक्शन लेने का आदेश दे।
कांग्रेस की ओर से ताजा शिकायत पीएम मोदी के द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर की गई टिप्पणी पर की गई है। पीएम मोदी ने राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ बताया, जिसपर कांग्रेस आग बबूला है।