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17 Oct 2024, Thu

ट्रम्प के खिलाफ खड़ी हुई उनकी बेटी, विरोध प्रदर्शनों का किया समर्थन

TRUMP DAUGHTER SUPPORT PROTEST IN AMERICA 1 040620

वॉशिंगटन, अमेरिका 

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की छोटी बेटी टिफनी ट्रम्प ने अमेरिका में हो रहे विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया है। टिफनी ट्रम्प ने अफ्रीकन-अमेरिकन अश्वेत नागरिक जार्ज फ्लॉयड की मौत  पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है। लॉ ग्रेजुएट टिफनी ने इंस्टाग्राम के जरिए जॉर्ज की मौत पर गुस्सा जाहिर किया। इसके साथ ही उन्होंने एक ब्लैक स्क्रीन पोस्ट के साथ #blackoutTuesday #justiceforgeorgefloyd हैशटैग का प्रयोग करते हुए हेलन केलर का एक कोट लिखा, ‘अकेले हम बेहद कम हासिल कर सकते हैं, एक साथ हम बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।’

टिफनी ट्रम्प का यह मैसेज वॉशिंगटन स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति के सरकारी आवास व्हाइट हाउस के बाहर पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़े जाने की घटना के बाद आया है। कई यूजर्स टिफनी से मांग कर रहे हैं कि वह अपने पिता को इस विरोध के बारे में समझाएं। कुछ लोगों ने टिफनी की इस पोस्ट का विरोध भी किया है। टिफनी की मां मार्ला मैपल्स (डोनाल्ड ट्रम्प की दूसरी पत्नी) ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए ब्लैक स्क्रीन फोटो पोस्ट की है।

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इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार शाम एक ऐतिहासिक चर्च गए थे, जो नस्लवाद के विरोध के बाद अशांति के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था। वहां पहुंचकर उन्होंने तस्वीरें भी खिंचवाईं। उनके इस कदम की हर तरफ काफी निंदा हो रही है और उन पर धर्म का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है।

मालूम हो कि अमेरिका के मिनेसोटा स्थित मिनेपोलिस शहर में 46 साल के अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को जालसाजी से जुड़े एक मामले में पुलिस ने पकड़ा था। जॉर्ज एक रेस्टोरेंट में सिक्योरिटी गार्ड था। घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में साफ दिख रहा है कि जॉर्ज ने गिरफ्तारी के समय किसी तरह का विरोध नहीं किया। पुलिस ने उसके हाथों में हथकड़ी पहनाई और जमीन पर लिटा दिया। इसके बाद एक पुलिस अधिकारी ने उसकी गर्दन को घुटने से दबा दिया। जॉर्ज कहता रहा कि वह सांस नहीं ले पा रहा है लेकिन अधिकारी ने उसकी गर्दन से पैर नहीं हटाया और कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

जॉर्ज की मौत से लोग आक्रोशित हो गए और रंगभेद की बात पर शहर में बवाल शुरू हो गया। देखते ही देखते अमेरिका के कई राज्यों में इस चिंगारी की लपटें उठने लगीं। कई शहरों में दुकानों में लूटपाट की गई। पुलिस ने लोगों को काबू में करने के लिए आंसू गैस और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया। गोली लगने से एक शख्स की मौत हुई है। पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है कि क्या किसी स्टोर के मालिक ने उस शख्स को गोली मारी है। व्हाइट हाउस ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा था कि राष्ट्रपति ट्रम्प इस घटना से बेहद दुखी हैं और वह चाहते हैं कि जॉर्ज फ्लॉयड को इंसाफ मिले लेकिन इसकी आड़ में अराजकता जरा भी स्वीकार नहीं की जाएगी।