मीडिया द्वारा मुसलमानों के ख़िलाफ़ चलाया जा रहा प्रोपगंडा किस कदर जानलेवा साबित हो रहा है, इसकी एक बानगी राजस्थान के भरतपुर में देखने को मिली। यहां एक डॉक्टर ने गर्भवती महिला का इलाज करने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि वह मुसलमान थी। डॉक्टर की इस शर्मनाक हरकत की वजह से नवजात ने दम तोड़ दिया।
दरअसल, बेला नगर की रहने वाली गर्भवती मुस्लिम महिला प्रवीना भरतपुर के जनाना अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची थी। इस दौरान वहां मौजूद डॉक्टर पुनीत वालिया ने महिला से कहा कि आप मुस्लिम हैं, इसलिए आप जयपुर जाकर अपना इलाज कराइए। अस्पताल में इलाज न किए जाने की वजह से प्रवीना के प्रसव में देरी हुई, जिसकी वजह से उनके बच्चे की मौत हो गई।
इस मामले की जानकारी राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने ट्विटर के ज़रिए दी। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए डॉक्टर और अपनी ही सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जो कि भरतपुर के विधायक भी हैं को कटघरे में खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि यह बड़ा ही शर्मनाक मामला है और ऐसे में सरकार को डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और वहीं दूसरी तरफ उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से डॉक्टर की इस हरकत को लेकर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
बता दें कि राजस्थान में भी कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब राजस्थान में संक्रमित लोगों की संख्या 191 हो गई है। शनिवार को राजस्थान में 12 नए मामले सामने आए। जिसमें से आठ तबलीगी जमात के हैं।
तबलीगी जमात के लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मीडिया ने तमाम मुसलमानों को कटघरे में खड़ा कर दिया है, जिससे देश में डर का माहोल है। डॉक्टर द्वारा गर्भवती मुस्लिम महिला का इलाज न किए जाने को भी इसी डर के परिणाम के रूप में देखा जा रहा है।