नई दिल्ली
दिल्ली में हाल ही में हुई भारी हिंसा में अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 300 से ज़्यादा दुकानें और सैकड़ों मकान जलाये गए हैं। जान माल की हानि के बाद सैकड़ों लोग सड़क पर हैं और मदद का इंतज़ार कर रहे हैं। ऐसे में मुस्तफ़ाबाद के लोगों ने एक सराहनीय पहल की है। उन्होंने बुनियादी ज़रूरत यानि खाद्य सामग्री इकठ्ठा करके लोगों तक पहुंचाई।
दरअसल कई परिवार ऐसे हैं जिनके पास न तो पहनने के लिए कपड़ा बचा है, न खाने के लिए अन्न और न ही सर पर छत। ऐसे में कई संस्थाएं और लोगों का समूह हिंसा पीड़ितों की सहायता के लिए सामने आया। हिंसा पीड़ित परिवार भी आस लगाये देख रहा है और मदद का इंतज़ार कर रहा है।
मालूम हो कि पुलिस ने लोगों को शिवविहार जाने नहीं दिया। वहां के लोगों को मुस्तफाबाद में ही इकठ्ठा कर उन्हें उनकी ज़रुरत के सामान बांटे गए। शिवविहार में दंगाई अब भी जले हुए घरों में बचे सामान को लूट रहे हैं और मुस्लिम समुदाय के लोग वहां जाने को तैयार नहीं हैं। एक दो लोग अपना घर देखने गए तो दंगाइयों ने उन्हें मारा पीटा। शिवविहार की पूरी आवाम मुस्तफबाद में पार्को में या लोगों के घरों में पनाह लिए हुए हैं।
लोगों ने बताया कि तमाम दोंस्तों ने मिलकर लगभग 4 लाख रुपए इकट्ठा कर 300 बोरियों की किट बनाई जिसमें तमाम ज़रुरत के सामान, राशन, दूध, डायपर वगैरह थे। जिसमें सुल्तान अहमद खान, अरीबा खान, हिफजुर्रहमान खान, हम्मादुल्लाह खान, मोमिन खान, मोहसिन खान, सैम गांधी, हारून आदि लोग शामिल थे।