नई दिल्ली
दिल्ली हिंसा में अबतक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा में मारे गए 25 वर्षीय इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत को लेकर रोज़ नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब उनके भाई अंकुर शर्मा ने खुलासा किया है कि जिन लोगों ने अंकित को मारा है वे ‘जय श्रीराम’ के नारे लगा रहे थे और उनके हाथों में तलवारें थीं।
‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ की रिपोर्ट के मुताबिक अंकित के भाई ने बताया कि वह घर लौट रहा था जब दंगाइयों के एक समूह ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और उसे पास की गली में ले गए।
रिपोर्ट के मुताबिक अंकुर शर्मा ने एक टेलीफोन साक्षात्कार में कहा “वे पत्थर, छड़, चाकू और तलवारों से लैस होकर आए थे। वे ज़ोर-ज़ोर से ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे। कुछ ने हेलमेट भी पहना रखा था। अंकुर ने आगे बताया कि जो लोग अंकित की मदद करने के लिए सामने आए उनपर दंगाइयों ने पत्थर और ईंटें फेंकना शुरू कर दिये।
अगले दिन अंकित का शव एक नाले में मिला था। वहीं अंकित शर्मा के परिजनों ने आम आदमी पार्टी (आप) नेता और पार्षद ताहिर हुसैन पर हत्या का आरोप लगाया है। ताहिर हुसैन के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई है।
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की एक टीम ने शुक्रवार सुबह चांद बाग में आप पार्षद के घर का निरीक्षण किया। एफएसएल टीम ने घर से सबूतों के नमूने और टुकड़े एकत्र किए, आरोपी के छत पर पेट्रोल बम, ईंट और पत्थर पाए गए हैं। हुसैन के खिलाफ दयालपुर पुलिस स्टेशन में हत्या, सबूत नष्ट करने और अपहरण के आरोपों के तहत एफ़आईआर दर्ज की गई है।
अपनी शिकायत में, अंकित के पिता ने आरोप लगाया है कि हुसैन ने अपने निवास पर “गुंडे इकट्ठे किए थे, वे लोग छत से गोलियां चला रहे थे और लोगों पर पेट्रोल बम फेंक रहे थे। अंकित का परिवार चांद बाग के करीब खजूरी खास में रहता है।
उनके पिता ने शिकायत में कहा, “मंगलवार को वह घर वापस आए लेकिन किराने का सामान खरीदने के लिए शाम करीब 5 बजे घर से निकल गए। जब वह नहीं लौटा, तो हमने विभिन्न पुलिस स्टेशनों और अस्पतालों में उसकी तलाश शुरू की। हम उसे ढूंढ नहीं सकते थे और रात का इंतजार कर रहे थे और सुबह लापता की रिपोर्ट दर्ज कराई।
बाद में, एक पड़ोसी ने मुझे बताया कि उसने अंकित को एक दोस्त के साथ देखा था। हम उस दोस्त के यहां गए और अंकित के बारे में पूछा। हमने तब अफवाहें सुनीं कि चांद बाग में एक आदमी मारा गया। उसके शरीर को पुल से एक नाले में फेंक दिया गया था।”