लखनऊ, यूपी
यूनानी डॉक्टर्स की संस्था नेशनल यूनानी डॉक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन NUDWA की लखनऊ शाखा ने 6 मार्च को वर्ल्ड मेडिसिन डे पर सीएमई का आयोजन किया किया। ये CUME राजधानी लखनऊ के स्टेट तकमील उत्तिब कॉलेज लखनऊ, में आयोजित की गई। इस सीएमयूई में भारी संख्या में यूनानी पद्धति से जुड़े छात्र, चिकित्सक, एक्सपर्ट ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत यश भारती से सम्मानित प्रख्यात हकीम हस्सान नगरामी, पूर्व डिप्टी डायरेक्टर CRIUM एवं पैट्रन NUDWA ने किया। उन्होंने आए हुए सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर जमाल अख्तर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।
CUME में डा कमरूल हसन लारी, रीडर कुल्लियात, स्टेट युनानी मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज ने “मौजूदा वक्त में यूनानी की मशहूर किताब Canon of medicine की महत्ता और हेल्थी एजिंग” टॉपिक पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में दूसरा लेक्टर डा शाहिद मलिक, डायरेक्टर, रेजिमा वेलनेस अलीगढ़ ने दिया। उनका टॉपिक “यूनानी पद्धति की शाखा इलाज बित तदबीर की मदद से स्वास्थ्य लाभ” था।
इस अवसर पर NUDWA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा सैय्यद मुईद अहमद, महासचिव डा एस एस अशरफ, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डा अतीक अहमद, डा सलमान खालिद, डा आमिर जमाल, डा मोहम्मद रईस, डा शमशाद, समेत अनेक राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन NUDWA की लखनऊ शाखा ने किया था। इसमें ज़िलाध्यक्ष डा राशिद इकबाल, महामंत्री डा नाज़िर अब्बास, कोषाध्यक्ष डा अहमद रज़ा, डा नाज़िम, डा नूरूल हक, डा आदिल, डा आदिल सिद्दीकी, डा दानिश इमरान, डा अख्तर, डा तौकीर रज़ा, डा मोबाशीर, मोहम्मद खालिद और अन्य कार्यकारिणी सदस्य एवं यूनानी चिकित्सक मौजूद रहे।
इस संगोष्ठी में कई यूनानी एवं आयुर्वेद संगठनों के प्रतिनिधि, लखनऊ के कई यूनानी कॉलेज से शिक्षक, यूनानी के छात्र व इंटर्न्स, यूनानी पीजी रिसर्च स्कॉलर्स समेत लखनऊ और प्रदेश के अन्य जनपदों से आए यूनानी चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।
अंत में लंच ब्रेक के बाद नुडवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा सैय्यद मुईद अहमद ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए CUME में आए हुए सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।