लखनऊ, यूपी
मीडिया में अपना पक्ष मज़बूती से रखने के लिए कांग्रेस नई रणनीति पर अमल कर रही है। इसके लिए पार्टी ने प्रवक्ता पद के लिए पहली बार गुरुवार को लिखित परीक्षा कराई। भारतीय राजनीति में संभवतः यह पहला प्रयोग है। हालांकि इससे पहले दिल्ली में अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी के लिए कई प्रोफेशनल हायर कर चुके हैं। कांग्रेस द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा को लेकर हर तरफ चर्चा है।
यूपी कांग्रेस द्वारा आयोजित इस परीक्षा में करीब 70 नेताओं ने भाग लिया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर ये यह परीक्षा गुरुवार को आयोजित हुई। ये परीक्षा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी और राष्ट्रीय मीडिया कोआर्डिनेटर राहुल गुप्ता की देखरेख में हुई। मालूम हो कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने हाल ही में मीडिया सेल भंग कर दिया था।
परीक्षा का आयोजन न सिर्फ उम्मीदवारों के लिए चौंकाने वाला रहा बल्कि मीडिया को भी इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी। प्रवक्ता बनने के लिए आने वाले नेताओं को सिर्फ यह बताया गया था कि गुरुवार को पार्टी कार्यालय में एक ‘महत्वपूर्ण मीटिंग’ है। परीक्षा के बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, ‘ऐसे टेस्ट नए नहीं हैं और यह कांग्रेस में होता रहा है। अब हम यूपी में भी इसी तरह का टेस्ट कर रहे हैं। यह कहना गलत होगा कि टेस्ट में मुश्किल प्रश्न पूछे गए थे। ये बुनियादी प्रश्न हैं जिसका एक प्रवक्ता को जवाब आना चाहिए। पीसीसी की नई मीडिया टीम एआईसीसी मीडिया टीम की तरह काम करेगी।’
परीक्षा में पूछे गए सवाल
प्रवक्ता के लिए हुई परीक्षा में पूछे गए कुछ प्रश्नों पर एक नजर डालें:
1. उत्तर प्रदेश में कितने मंडल, जिले और ब्लॉक हैं।
2. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कितनी आरक्षित सीटें हैं।
3. 2004 एवं 2009 में कांग्रेस कितनी सीटों पर जीती थी।
4. लोकसभा चुनाव 2014, 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत कितना था।
5. यूपी में कितनी लोस और विस सीटें हैं।
6. यूपी में एक लोकसभा सीट में कितनी विस सीटें आती हैं।
7. किन लोस सीटों पर मानक से कम या ज्यादा विस सीटें हैं।
8. प्रवक्ता का कार्य क्या होता है।
9. आप प्रवक्ता क्यों बनना चाहते हैं।
10. मोदी सरकार की असफलता के प्रमुख बिंदु क्या हैं।
11. योगी सरकार की असफलता के प्रमुख बिंदु क्या हैं।
12. मनमोहन सिंह सरकार की उपलब्धियां क्या थीं।
13. आज समाचार पत्र में तीन प्रमुख खबरें क्या हैं, जिन पर कांग्रेस प्रवक्ता बयान जारी कर सकें।
14. प्रमुख हिंदी/अंग्रेजी और उर्दू अखबारों व चैनलों के नाम।
परीक्षा पर कई सवाल भी उठे
कांग्रेस की तरफ से आयोजित परीक्षा में भाग लेने वाले कई उम्मीदवार उत्तर की तलाश में इधर-उधर भागते दिखे। पेपर बंटने के बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। नेताओं को परीक्षा शुरू होने के पहले ही पेपर वॉट्सऐप भी कर दिया गया। परीक्षा दे रहे कई नेता परीक्षा कक्ष छोड़कर बाहर उत्तर तलाशते दिखे। कुछ नेता साथ में परीक्षा दे रहे साथी की कापी से नकल करते दिखे। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी और नेशनल मीडिया को-ऑर्डिनेटर रोहन गुप्ता दिल्ली से प्रश्नपत्र लेकर आए थे।