लखनऊ
उत्तर प्रदेश में लगातर बढ़ रहा प्रदूषण थमने का नाम नही ले रहा है। ऐसे में इस जानलेवा प्रदूषण का सीधा असर अब हर एक खास और आम आदमी पर पड़ता नजर आ रहा है। सूबे के अस्पतालो में सांस से जुड़ी समस्याओं के मरीजो की संख्या अचानक बढ़ गई है। इन समस्याओं के मद्देनजर कांग्रेस MLC दीपक सिंह यूपी में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण की रोकथाम और लोगों को संदेश देने के लिए अपने आवास से साइकिल पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे।
दरअसल मंगलवार (26 नवंबर) को संविधान दिवस पर यूपी विधानमंडल दल के विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है। जिसके पहले आज बुलाई गई एक अहम बैठक में शामिल होने के लिए MLC दीपक सिंह ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस बैठक में शामिल होने के लिए MLC दीपक सिंह आज अपने आवास से कार के बजाय साइकिल पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे इस दौरान उन्होंने मास्क भी लगाया हुआ था। उन्होंने कहा कि उनका मकसद सूबे में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के साथ देश के नागरिको को मिले स्वच्छ वातावरण के अधिकार के प्रति सरकार का ध्यानाकर्षण करने के लिए उन्होंने ये कदम उठाया है।
एक बातचीत में MLC दीपक सिंह ने बताया कि ‘देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में यूपी के 8 शहर शामिल है। रोज यूपी के किसी न किसी शहर का मुकाबला दिल्ली के प्रदूषण से होता है। मंगलवार को सरकार ने विधानमंडल सत्र बुलाया है जिसे लेकर आज सर्वदलीय बैठक है। उन्होंने कहा कि ‘पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने और संविधान के अनुच्छेद-21 के तहत नागरिकों को मिले स्वच्छ वातावरण में जीने के अधिकार की सरकार को याद दिलाने के लिए वो साइकिल से विधानसभा पहुंचे हैं। उन्होंने कहा सरकार संविधान का अध्ययन करे और संविधान के अनुसार यूपी के लोगों को जीवन जीने का अधिकार दे।
उनका कहना था कि ऐसे प्रदूषित शहरों में 10 वर्ष तक रहने वाले लोगों का जीवन स्तर 10 साल तक कम हो रहा है। वो स्वच्छ हवा के साथ जियें ये सरकार की जिम्मेदारी है।’ MLC दीपक सिंह नें आगे बोलते हुए कहा कि ‘प्रदूषण रोकने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे दावे किताबी और झूठे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ रिकार्ड दिखाने के लिए काम करती है न कि रिकार्ड बनाने के लिए अगर पेड़ लगाए गए होते, तो आज ये हालात नही होते। प्रदेश में वातावरण कि ये स्थिति नही होती कि देश के 10 प्रदूषित शहरो में 8 उत्तर प्रदेश के हों।’