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22 Dec 2024, Sun

डॉ अशफाक अहमद

नई दिल्ली

देश में बढ़ती सांप्रदायिकता, नफरत और अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा के खिलाफ कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग बड़ी मुहिम का आगाज़ कर रहा है। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग द्वारा सद्भावना मार्च नाम से शुरु हो रही इस मुहिम की शुरआत 2 अक्टूबर मंगलवार को गांधी जी के जन्मदिन से होगी। इसकी शुरुआत बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से होगी। इस कार्यक्रम में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन नदीम जावेद बतौर मुख्य अतिथि भाग लेंगे। कार्यक्रम की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

इंदौर शहर से क्यों हो रही है शुरुआत
दरअसल हाल ही पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का दौरा किया था। इस दौरे में पीएम मोदी बोहरा समाज की मस्जिद में गए थे। गुजरात के बाद ये दूसरा मौका था जब पीएम मोदी बोहरा समाज की मस्जिद में गए। पीएम मोदी ने इस दौरे से मुसलमानों खासकर बोहरा समाज को साधने की कोशिश की थी। यही वजह है कि कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के रणनीतिकारों ने सद्भावना मार्च की शुरुआत करने लिए इंदौर शहर को चुना। दरअसल अल्पसंख्यक कांग्रेस विभाग सांप्रदायिकता के खिलाफ मुखर होकर आम लोगों को ये संदेश देना चाहती है कि देश में सांप्रदायिक सदभाव सिर्फ कांग्रेस की सरकार में कायम हो सकता है।

महात्मा गांधी के जन्मदिन से शुरुआत
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के सद्भावना मार्च की शुरुआत महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर से होगी। ये कार्यक्रम 30 जनवरी को गांधी जी के बलिदान दिवस के दिन पूरा होगा। गांधी जी की सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ी गई लड़ाई को आधार बनाकर अल्पसंख्यक कांग्रेस विभाग इन कार्यक्रमों में पार्टी के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।

कई शहरों में होगा कार्यक्रम
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग द्वारा आयोजित सद्भावना मार्च कार्यक्रम के तहत देश के अलग-अलग शहरों में दर्जनों कार्यक्रम आयोजित होंगे, इनमें पटना, लखनऊ, हैदराबाद, गोवाहाटी, मुंबई जैसे बड़े शहर शामिल हैं। इसके साथ ही अल्पसंख्यक कांग्रेस समाज के बुद्धिजीवी वर्ग जैसे डॉक्टर्स, प्रोफेसर, इंजीनियर और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेगी। इसके साथ ही सेमिनार, गोष्ठी और कांफ्रेंस भी आयोजित किये जाने का कार्यक्रम है।

पीएनएस से चेयरमैन नदीम जावेद ने क्या कहा
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के सद्भावना मार्च की रूपरेखा के बारे में पीएनएस से बात करते हुए अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन नदीम जावेद ने बताया कि बीजेपी जब से केंद्र की सत्ता में आई है, उसके कार्यकर्ता आदिवासी दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बना रहें हैं। आरएएस के कई संगठन खुलेआम इन तबकों के खिलाफ हो रही हिंसा में शामिल है। बीजेपी और उनके संगठन संविधान विरोधी कार्य कर रहे हैं। ऐसे में ज़रूरी हो गया है कि महात्मा गांधी के सत्य, आहिंसा और सांप्रदायिकता विरोधी मुहिम हो आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महात्मा गांधी के सांप्रदयिकता विरोधी अभियान को आगे बढ़ाया है और देश के आम लोगों ने इस अभियान में कांग्रेस का साथ दिया है।

कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन नदीम जावेद ने कहा कि दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज के लोग कांग्रेस साथ एक बार खड़े हो गए हैं। अल्पसंख्यक समाज का कांग्रेस से जुड़ाव के सवाल पर नदीम जावेद ने कहा कि कर्नाटक में हमें अल्पसंख्यकों का पूरा साथ मिला है। कई राज्यों के उपचुनाव में अल्पसंख्यक समाज यानी मुस्लिम, बौद्ध, पारसी, सिख व ईसाई ने कांग्रेस का पूरी तरह से साथ दिया है। नदीम जावेद ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुझे जब से अल्पसंख्यक विभाग की जिम्मेदारी दी है, मैं कई राज्यों के दौरे कर चुका हूं। इन राज्यों के अल्पसंख्यकों में कांग्रेस लेकर एक उत्साह दिख रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन पर भरोसा जताया है, वो पार्टी को मज़बूत करने के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है। सद्भावना मार्च अभियान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के दिशानिर्देश के बाद किया जा रहा है।