कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने नवोदय विद्यालय की छात्रा की कथित हत्या पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए मामले में यूपी सरकार के रवैये पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि छात्रा के परिवार ने हत्या की आशंका जताई पर प्रशासन इसे आत्महत्या बताते हुए मामले को दबाने की कोशिश करता रहा। आखिर सरकार किसे बचाना चाहती है? क्या सरकार इतनी संवेदनहीन हो गई है कि जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी को इस पर पत्र लिखा तब उन्हें घटना की याद आई।
कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आराधना मिश्रा ने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल बहुत बुरा है। प्रशासन हत्या व दुष्कर्म की घटनाओं को लगातार दबाने का प्रयास कर रहा है। विद्यालयों में जहां छात्रावास हैं वहां ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। सरकार बताए कि इन घटनाओं को लेकर सुरक्षा के क्या प्रबंध किए गए हैं?
कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ मैनपुरी के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटाने से काम नहीं चलेगा सरकार को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पत्र पर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विवेचना में हुए विलंब को गंभीरता से लिया है। मामले की जांच के लिए कानपुर रेंज के आईजी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।
इसमें मैनपुरी के नए एसपी अजय कुमार और एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक श्यामाकांत को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के एसएसपी, एसपी को कड़े निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कहीं भी ऐसे गंभीर मामलों की विवेचना में शिथिलता या देरी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।