लखनऊ, यूपी
चुनाव के पहले यूपी की अखिलेश सरकार ने बड़ा चुनावी दांव चला है। अखिलेश ने 17 ओबीसी जातियों को एससी कोटे में शामिल कर लिया है। इसके साथ ही यूपी कैबिनेट की मीटिंग में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। बैठक में 30 से ज्यादा महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। कैबिनेट की अध्यक्षता सीएम अखिलेश यादव ने की।
एससी में 17 जातियों को शामिल करने का प्रस्ताव अब केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इन जातियों में कहार, कश्यप , केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीमर, बाथम, तुरहा, गोंड, बिंद शामिल हैं। सीएम अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले बड़ा जातिगत कार्ड खेल दिया है। चौबीस घंटे के अंदर बुलाई गई दूसरी कैबिनेट मीटिंग में अखिलेश ने 17 ओबीसी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दिला दी है।
सपा ने मुसलमानों को जो आरक्षण का वादा किया था उस बारे में कैबिनेट में कोई चर्चा तक नहीं हुई। सपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में मुसलमानों को 18 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया था लेकिन पिछले पांच साल में एक बार भी न तो कैबिनेट में और न ही इसके बाहर कोई चर्चा की गई। हालांकि कैबिनेट मीटिंग में कद्दावर मंत्री कहे जाने वाले आज़म ख़ां भी मौजूद रहे लेकिन उन्होंने ने भी अपनी तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं रखा।
सार्वजनिक मंचो और मीडिया से बातचीत में कई बार मुस्लिम आरक्षण की बात पर सपा नेता केंद्र पर ठीकरा फोड़ते रहे हैं लेकिन यूपी सरकार ने कभी भी कोई प्रस्ताव यहां तक कोई खत भी इस मामले पर केंद्र को नहीं लिखा। दूसरी बात आखिर जब केंद्र को ही आरक्षण देना था तो सपा में विधान सभा चुनाव में मुसलमानों को आरक्षण देने का वादा क्यों किया।