जिस आज़ादी को संविधान ने अधिकार बताया है, उस आज़ादी के नारों से अब सत्ताधीशों को लकलीफ़ होने लगी है। सत्ताधीश इस आज़ादी के नारों को देशद्रोह बता रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी है कि आज़ादी के नारे लगाने वालों के ख़िलाफ़ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के साकेतनगर स्थित मैदान में बुधवार को सीएए के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सीएए प्रदर्शन के दौरान विरोधियों द्वारा ‘आजादी’ का नारा लगाया जाना देशद्रोह है, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे नारे लगाने वालों के ख़िलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारत की धरती पर खास करके उत्तर प्रदेश की धरती पर मैं यह कहूंगा की धरना प्रदर्शन के नाम पर कश्मीर में जो नारे कभी आजादी के लगते थे अगर इस प्रकार के नारे लगाने का कार्य करोगे तो देशद्रोह की श्रेणी में आएगा। फिर इस पर कठोर कार्रवाई करने का कार्य सरकार करेगी। यह स्वीकार नहीं हो सकता है कि भारत की धरती पर रह कर भारत के खिलाफ षड्यंत्र करने की छूट हो।
इसके साथ ही उन्होंने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी धमकी देते हुए कहा कि अगर कोई प्रदर्शन के नाम पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाएगा तो हम उसकी संपत्ति से वसूली करके ले लेंगे और आगे के लिए हम उनको ऐसी सजा देंगे कि आने वाली पीढ़ी उन्हें याद करेगीं कि कैसे कार्य होते हैं। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कीमत क्या होती है इसके बारे में उनको 10 बार सोचना पड़ेगा।
वहीं सीएए के ख़िलाफ़ जारी महिलाओं के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखा हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि कुछ लोगों में इतनी हिम्मत नहीं कि वे स्वयं आंदोलन करें, इसलिए घर की महिलाओं और बच्चों को चौराहों पर बैठा दिया है। पुरुष घर में रजाई में सो रहे हैं और महिलाएं चौराहे पर हैं।