लखनऊ, यूपी
सामाजिक संस्था और एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से माई स्कूल प्रोजेक्ट के अंतर्गत लखनऊ के चार सरकारी विद्यालयों में बच्चों को स्टेशनरी आइटम वितरित किए गए। ये विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर, प्राथमिक विद्यालय बेहटा सबौली, प्राथमिक विद्यालय शंकर पुरवा और जीजीआईसी विकास नगर शामिल हैं। इन विद्यालय में पढ़ने वाले लगभग 250 से अधिक बच्चों को स्टेशनरी सामान दिया गया।
संस्था ने बताया कि इसमें कॉपी, पेन, पेंसिल सेट, फोल्डर, पंच पेपर, कलर आदि शामिल है। अभी लॉक डाउन की वजह से जन सामान्य के साथ-साथ इन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का जनजीवन भी प्रभावित रहा। ऐसे में स्कूल के शिक्षकों, बच्चों व उनके अभिभावकों से बात करने पर पता चला कि इस कोवीड 19 के कारण बहुत से अभिभावकों का रोजगार चला गया। इस कारण से वे अपने बच्चों की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है। ऐसे में चेतना संस्था के कार्यकर्ताओं ने बच्चों और उनके अभिभावकों से फोन के माध्यम से संपर्क किया। इसके लिए इन स्कूल के शिक्षकों से भी सहयोग लिया।
संस्था ने बताया कि ऐसे में चेतना के कार्यकर्ता बच्चों से फोन के माध्यम से संपर्क कर उनके घर जाकर उन्हें उनकी जरूरत की सामग्री दी ताकि उनकी शिक्षा निरन्तर चलती रहे। साथ ही साथ स्कूल में कुछ कुछ समूहों में बच्चों को बुलाकर स्कूल से सहयोग लेकर उन्हें स्टेशनरी सामग्री दी गई।
इसी क्रम में जीजीआईसी विकास नगर में स्टेशनरी सामान वितरित करते हुए प्रधानाचार्या कुसुम वर्मा ने बताया कि चेतना संस्था द्वारा विद्यालय में पढ़ने वाले ज़रूरतमन्द बच्चों को जो स्टेशनरी सामान वितरित किया जा रहा है। यह बहुत ही सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि चेतना संस्था और एचसीएल फाउंडेशन आगे भी इसी तरह से इन बच्चों की सहायता करती रहे। साथ ही विद्यालय से समन्वय बनाए रखे और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए काम करती रहे।
प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर की प्रधानाध्यापिका हेमा श्रीवास्तव ने कहा कि इस कोवीड 19 के दौरान बच्चे और उनके अभिभावक दोनो परेशान है। ऐसे में चेतना द्वारा जो स्टेशनरी बच्चों को दी जा रही है। वह इन बच्चों की शिक्षा में काफी सहायक सिद्ध होगी। चेतना के लोग पहले भी स्कूल आते रहे है और बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते रहे है।
इस अवसर पर चेतना संस्था के समन्वयक राजेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चों को यह शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराने का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा निरन्तर बनाए रखना है ताकि कोई भी बच्चा इस स्थित में अपने स्कूल से कोई भी बच्चा ड्रॉप आउट न हो। चेतना संस्था आगे भी इन बच्चों को ऐसे ही सहायता पहुंचाती रहेगी ताकि ये बच्चे अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सके।
बच्चों को स्टेशनरी वितरण में चेतना के फैसिलिटेटर अजय कुमार का विशेष योगदान रहा। उन्होंने सभी स्कूलों और बच्चो से समन्वय करके ज़रूरत मन्द बच्चो के घरों तक स्टेशनरी सामान पहुचाई।