नई दिल्ली,
संत रविदास मंदिर को धवस्त किए जाने के खिलाफ दलितों का विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। इसके लिए पुलिस ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद सहित कुल 96 लोगों को हिरासत में ले लिया। इनके ऊपर दंगा फैलाने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिसवालों से मारपीट का आरोप है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद में सदियों पुराने गुरु रविदास मंदिर को ध्वस्त कर दिया था।
Ravi Das Temple demolition issue: All 96 arrested in the case, including Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad, have been sent to 14 days judicial custody.
— ANI (@ANI) August 22, 2019
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा बीते 10 अगस्त को दिल्ली के तुग़लकाबाद इलाक़े में गुरु रविदास मंदिर तोड़े जाने के विरोध में बुधवार को दिल्ली में भीम आर्मी की अगुवाई में दलितों ने एक विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान देर शाम पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसा हुई, प्रदर्शनकारियों ने वाहनों से तोड़फोड़ की और पुलिसवालों की पिटाई की जिसके बाद चंद्रशेखर सहित कुल 95 समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भीम आर्मी चीफ के खिलाफ गोविंदपुरी थाने में आइपीसी की धारा 147, 149, 186, 353, 332 के तहत मामला दर्ज किया है।
Delhi Police: Bhim Army Chief, Chandrashekhar Azad was arrested, yesterday. An FIR has been registered under IPC sections 147, 149, 186, 353, 332 at Govindpuri police station. Other protestors are also in police custody, further investigation underway. pic.twitter.com/EMDKwylkjI
— ANI (@ANI) August 22, 2019
तुगलकाबाद स्थित संत रविदास के मंदिर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद डीडीए द्वारा ढहाया गया था। इसके बाद से इलाक़े में लगातार तनाव है जिसे देखते हुए वहाँ कड़ा पुलिस बंदोबस्त किया गया है।
DCP South East, Chinmoy Biswal: People protesting over Ravi Das temple demolition issue clashed with policemen today evening. Some policemen sustained injuries in the incident. Some protesters have been detained and being verified. pic.twitter.com/hUZPg5LOb6
— ANI (@ANI) August 21, 2019
बुधवार को कई राज्यों से जुटे समर्थकों और पुलिस के बीच गुरु रविदास मार्ग पर हिंसक झड़प हुई। दोनों ओर से चले लाठी, डंडे और पत्थरबाजी में कई आंदोलनकारी और कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। हालात को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी चलानी पड़ी, आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है:
भाजपा सरकार पहले करोड़ों दलित बहनों-भाइयों की सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक रविदास मंदिर स्थल से खिलवाड़ करती है और जब देश की राजधानी में हजारों दलित भाई-बहन अपनी आवाज़ उठाते हैं तो भाजपा उन पर लाठी बरसाती है, आँसू गैस चलवाती है, गिरफ़्तार करती है।#SaveSantRavidasTemple
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 22, 2019
रविदास मंदिर तोड़े जाने के विरोध में बुधवार को करीब 5 हजार लोग दिल्ली के रामलीला मैदान में जमा हुए। भीड़ को संबोधित करने के लिए संतों की एक टोली मंच पर आई और उन्हें संबोधित किया। इतने में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के नेतृत्व में हजारों लोग रामलीला मैदान में पहुंचे। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अगर मंदिर बनवाना है तो आगे बढ़ो। यह सुनते ही पूरी भीड़ रामलीला मैदान से बाहर निकली।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने दक्षिण दिल्ली के तुग़लक़ाबाद स्थित मंदिर स्थल की तरफ़ जाने की कोशिश भी की पर रास्ते में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें शुरु हो गईं जिसके बाद पुलिस ने ख़बरों के मुताबिक़ आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।