देश भर से चालान कटने के नए-नए वाकये सामने आ रहे हैं। ताजा वाकया ओडिशा के भुवनेश्वर का है जहां पुलिस ने शोरूम से आई बिना नंबर प्लेट की एक स्कूटी का एक लाख का चालान काट दिया।
दरअसल, 12 सितंबर को कटक में एक चेक पोस्ट पर सड़क परिवहन अधिकारियों द्वारा स्कूटी चला रहे अरुण पांडा को रोका गया। इसके बाद स्कूटी पर रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं होने के कारण RTO ने एक लाख का जुर्माना लगा दिया।
हालांकि एक लाख का यह जुर्माना डीलर पर लगाया गया। होंडा एक्टिवा की इस स्कूटी को भुवनेश्वर से 28 अगस्त को कविता पांडा के नाम पर खरीदा गया था। जुर्माने के बाद कविता ने आरोप लगाया कि शोरूम ने रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दिया था।
अधिकारियों ने चालान मोटर व्हीकल अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए काटा। इसके बाद RTO ने भुवनेश्वर के अधिकारियों को डीलर का ट्रेड लाइसेंस रद्द करने को भी कहा कि उन्होंने बिना डॉक्यूमेंट के स्कूटी कैसे डिलीवर कर दिया।
कटक के RTO दिप्ती रंजन पात्रो ने बताया कि पुराने मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत और नए अधिनियम के तहत डीलर द्वारा खरीदार को कोई भी वाहन देने से पहले पंजीकरण संख्या, बीमा और प्रदूषण प्रमाण पत्र देना होगा। बताया जा रहा है कि स्कूटी की कीमत 65,000 के करीब है।
इससे पहले ओडिशा में ही चालान काटने का सारा रिकॉर्ड ध्वस्त हुआ जब संबलपुर में एक ट्रक का 6 लाख 53 हजार 100 रुपये का चालान काटा गया। यह ट्रक नगालैंड का था और ट्रक के मालिक ने जुलाई 2014 से सितंबर 2019 तक टैक्स का भुगतान नहीं किया था।
बता दें कि नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से वाहनों के ताबड़तोड़ चालान काटे जा रहे हैं। कई बार चालान की राशि इतनी ज्यादा होती है कि लोग हैरान रह जा रहे हैं। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि भी कई गुना बढ़ गई है।
दिलचस्प बात यह है कि खुद पुलिस वालों के भी चालान काटे जा रहे हैं। अहमदाबाद पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस ने यातायात नियमों को तोड़ने वाले पुलिसकर्मियों को कड़ा संदेश देने और सबक सिखाने के लिए चालान काटे हैं।