गाज़ीपुर, यूपी
प्रदेश सरकार में शामिल बीजेपी की सहयोगी भारतीय समाज पार्टी ने बीजेपी पर ही निशाना साधा है। भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। पर वो लगातार नाराज़ चल रहे हैं। उन्होंने अपने दर्द को कई बार बयान किया था। अब ये दर्द तब दिखा जब मंत्रीजी अपने विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनका दर्द छलक उठा और बात ज़ुबा पर आ गई।
ओम प्रकाश ने कार्यकर्ताओं से बताया कि जब विभाग का बंटवारा हुआ और उनको कैबिनेट मंत्री बनाकर दिव्यांग कल्याण विभाग का दायित्व सौंपा गया था, तो उन्हें बहुत खुशी हुई थी। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करना चाहता था। अपने क्षेत्र और अपनी जनता के लिए कुछ करना चाहता था, लेकिन उनको ऐसा विभाग मिला कि वह कुछ भी नहीं कर सकते थे। ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि विभाग का काम कई जिले में एक अधिकारी और एक बाबू के सहारे चलता है। यह हाल एक-दो जिलों का नहीं बल्कि प्रदेश के 38 जिलों का है।
ओम प्रकाश राजबार ने कही कि कुछ दिनों पहले वह मेरठ गए थे। मेरठ के अधिकारी ने बताया कि जब गेट खोलना होता है तो खिड़की से झांक कर देख लेता हूं कि कोई देख तो नहीं रहा है। हाल तो यह हो गया है कि हमारे विभाग के अधिकारियों को चपरासी और टेबल पोछने तक का भी काम करना पड़ रहा है। जबकि इन्हीं के दम पर केंद्र और राज्य सरकार दिव्यांगों को ठीक करने का दावा कर रही है।
मंत्री ने कहा कि विभाग में कर्मचारियों की बहुत ही कमी है। इसी को देखते हुए संविदा पर कर्मचारी रखने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। इसमें बाबू, चपरासी और कंप्यूटर ऑपरेटर रखने का प्रस्ताव था। फाइल शासन के पास 6 बार भेजी गई लेकिन उन्हें वापस कर दिया गया। महाराजा सुहलदेव जयंती के अवसर पर मंत्री ने सरकार पर अपराध पर अंकुश नहीं लगा पाने का आरोप लगाया था। कासगंज हिंसा पर बोलते हुए कहा कि कुछ अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे है, सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसकी वजह से ऐसी घटनाएं सामने आ रही है।