नई दिल्ली
मेघालय में कथित तौर पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा में अज्ञात लोगों के एक समूह ने शनिवार को शिलांग के सबसे व्यस्त बाजार में चाकुओं से “गैर-मूलवासी” लोगों पर हमला किया। इसमें एक की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए। शिलांग के जियाव और लैंग्सिंग, और सोहरा (चेरापूंजी) शहर के ल्यू सोहरा बाजार में भी झड़पें हुईं, जिससे कम से कम दो गैर-आदिवासी घायल हो गए।
इससे पहले शुक्रवार को खासी छात्र संघ (केएसयू) और गैर-आदिवासियों के सदस्यों के बीच हुई झड़पों में बांग्लादेश की सीमा से सटे पूर्वी खासी हिल्स जिले के इचमती इलाके में एक स्थानीय टैक्सी चालक की हत्या कर दी गई थी। सरकार ने 1 मार्च की सुबह तक ‘शिलांग बाजार और उसके आसपास के क्षेत्रों’ में कर्फ्यू की घोषणा की है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की दो कंपनियां पहले ही आ चुकी हैं, जबकि छह और कथित तौर पर रास्ते में हैं।
शिलांग के सबसे पुराने बाजारों में शामिल बारा बाज़ार में हुए हमले पर सहायक पुलिस महानिरीक्षक (IGP), मेघालय, जीके ईंगरई (Ïangrai) ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सभी घायलों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। असम के बारपेटा जिले के 29 वर्षीय रूपचंद दीवान ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस अधीक्षक क्लाउडिया लिंगवा ने पीटीआई को बताया कि हमले में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
लैंग्सिंग में 21 वर्षीय आकाश अली के साथ मारपीट की गई, जबकि सोहरा में एक अज्ञात गैर-आदिवासी को स्थानीय लोगों ने पीटा। दोनों अस्पताल में हैं। लिंगवा ने कहा कि झड़पों में घायल होने वालों की संख्या 16 हो गई है।
इचमती के लुरशाई हाइनेविता (35 साल) की मौत, सीएए पर चर्चा करने के लिए केएसयू की बैठक और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) के लागू करने की मांग के बाद हुई। मेघालय के बड़े हिस्से को सीएए से छूट दी गई है, क्योंकि व्यावहारिक रूप से पूरा राज्य छठी अनुसूची के दायरे में आता है। इनर लाइन परमिट (ILP) एक दस्तावेज है, जो गैर-स्थानीय लोगों के प्रवेश को नियंत्रित करता है। इसकी मांग मेघालय के विभिन्न आदिवासी समूहों की लंबे समय से कर रहे हैं। दिसंबर में सीएए के पारित होने के बाद मेघालय विधानसभा में आईएलपी को लागू करने के लिए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पास किया गया।
घटना के बाद केएसयू द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूर्वी खासी हिल्स के जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि “शिलांग में कानून और व्यवस्था बिगड़ने की आशंका थी”। पश्चिम जयंतिया हिल्स, ईस्ट जयंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री भोई, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ वेस्ट खासी हिल्स जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं कर दी गई है, जबकि एसएमएस भेजने की सीमा प्रति दिन पांच तक सीमित कर दी गई है।